मध्य प्रदेश: दलित की शादी में डीजे बजाने एवं बारात निकालने पर दूल्हे के घर हमला, 11 गिरफ़्तार

मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले के माचलपुर थाना क्षेत्र का मामला है. एक दलित व्यक्ति की शादी में डीजे बजाने, जुलूस निकालने को लेकर ग्रामीणों द्वारा घर पर हमला करके तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने इस संबंध में 38 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो: रॉयटर्स)

मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले के माचलपुर थाना क्षेत्र का मामला है. एक दलित व्यक्ति की शादी में डीजे बजाने, जुलूस निकालने को लेकर ग्रामीणों द्वारा घर पर हमला करके तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने इस संबंध में 38 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो: रॉयटर्स)

राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक दलित व्यक्ति की शादी में डीजे बजाने एवं जुलूस निकालने और ग्रामीणों द्वारा उनके साथ मारपीट करने एवं घर और शादी स्थल पर तोड़फोड़ करने के लिए पुलिस ने 38 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से 11 लोगों की गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने रविवार को बताया कि राजगढ़ जिले के माचलपुर थाना क्षेत्र के कचनारिया गांव में शनिवार (12 फरवरी) रात को एक दलित परिवार के बेटे के विवाह में डीजे बजाने और जुलूस न निकालने की बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें गांव के लोगों ने शादी वाले परिवार के साथ मारपीट की और टेंट फाड़ दिया.

उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस रात में ही मौके पर पहुंची और 38 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया, जिसमें से 11 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.

उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की आठ धाराओं और एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम, 1989 की तीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

शर्मा ने बताया कि बाकी लोगों की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि कि यह घटना कचनारिया गांव में रहने वाले राजेश अहिरवार के विवाह में हुई.

अधिकारी ने बताया कि रविवार को पुलिस बल की मौजूदगी में दूल्हे राजेश अहिरवार को घोड़ी पर बैठाकर डीजे के साथ जुलूस भी निकाला गया है.

उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और दूल्हे के परिवार को हर तरह की मदद और सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एक 25 वर्षीय दलित दूल्हे के घर पर गुर्जर समुदाय के सदस्यों ने इसलिए हमला किया, क्योंकि उन्होंने घोषणा की थी कि वह घोड़ी पर सवार होकर अपनी बारात निकालेंगे और डीजे बजवाएंगे.

इसके बाद दूल्हे  राजेश अहिरवार ने पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन देकर अपने गांव में गुर्जर समुदाय के सदस्यों से सुरक्षा का अनुरोध किया था, जो उनकी बारात में घोड़ी की सवारी करने की उनकी योजना का विरोध कर रहे थे.

हमलावरों ने न केवल अहिरवार के घर पर पथराव किया गया, शादी के लिए बनाए गए टेंट को फाड़ दिया गया और मेहमानों के लिए तैयार भोजन को फेंक दिया.

एसपी ने संवाददाताओं से कहा, ‘रात के करीब 10:30 बजे घर पर हमला हुआ और हम तुरंत मौके पर पहुंचे और दूल्हे के परिवार से बात की. रात में तलाशी अभियान चलाया गया और 38 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई.’

उनके मुताबिक, 38 में से तीन आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस भी रद्द किए जा रहे हैं.

गांव में करीब एक हजार घर हैं, जिनमें एक दर्जन से ज्यादा दलित परिवार हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)