लगातार दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी

प्रदेश की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के परिणामों में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है. हालांकि मुख्यमंत्री धामी ख़ुद अपनी सीट खटीमा से हार गए थे, इसके बावजूद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सत्ता की बागडोर उन्हें थमाकर अपना भरोसा जताया है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी. (फोटो: पीटीआई)

प्रदेश की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के परिणामों में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है. हालांकि मुख्यमंत्री धामी ख़ुद अपनी सीट खटीमा से हार गए थे, इसके बावजूद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सत्ता की बागडोर उन्हें थमाकर अपना भरोसा जताया है.

देहरादून में भाजपा नेता पुष्कर सिंह धामी ने बीते बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. (फोटो: पीटीआई)

देहरादून: पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को एक समारोह में लगातार दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर प्रदेश की राजनीति में नया इतिहास रचा. 46 वर्षीय धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बने हैं.

देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित एक शानदार समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) ​गुरमीत सिंह ने 46 वर्षीय धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और प्रदेश के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी सहित कई केंद्रीय नेता मौजूद थे.

इनके अलावा उत्तर प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गोवा के मनोनीत मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी समारोह में उपस्थित थे.

समारोह में बड़ी संख्या में साधु-संतों की उपस्थिति ने भी सबका ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया. उनके लिए अलग से बनाए गए मंच पर जाकर धामी ने उनके पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया.

बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में पु​ष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘संत सेवा में राष्ट्रसेवा का भाव निहित है. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत को आधुनिक और समृद्ध बनाने में साधु-संतों का योगदान अहम है. हम सभी भाजपा कार्यकर्ता संपूर्ण संगठन शक्ति के साथ जनसेवा के माध्यम से राष्ट्रसेवा हेतु सदैव संकल्पित है.’

उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं की जबरदस्त नारेबाजी के बीच संपन्न समारोह में धामी के साथ आठ कैबिनेट मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली जिसमें से पांच- सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य भाजपा नीत पूर्ववर्ती सरकारों का भी हिस्सा रहे हैं.

धामी मंत्रिमंडल में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ​सहित तीन नए चेहरों को भी जगह दी गई है. मंत्रिमंडल में स्थान पाने वाले दो अन्य नए चेहरे सौरभ बहुगुणा और चंदन रामदास हैं.

43 वर्षीय सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र तथा हेमवती नंनद बहुगुणा के पोते हैं. वह सितारगंज सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और राज्य के दो सबसे युवा मंत्रियों में से एक हैं.

हालांकि, धामी के नए मंत्रिमंडल में पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विशन सिंह चुफाल, बंशीधर भगत और अरविंद पाण्डेय को जगह नहीं मिली है. कौशिक फिलहाल प्रदेश पार्टी अध्यक्ष हैं.

मंत्रिमंडल में तीन स्थान रिक्त छोड़कर धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का अनुकरण किया है, जिन्होंने पिछले साल अपने कार्यकाल की समाप्ति तक उन्हें नहीं भरा था. उत्तराखंड के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं.

प्रदेश की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को घोषित परिणामों में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है.

हालांकि, ‘उत्तराखंड फिर मांगे, मोदी-धामी की सरकार’ नारे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा की अगुवाई करने वाले धामी स्वयं अपनी सीट खटीमा से हार गए, इसके बावजूद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य में सत्ता की बागडोर उन्हें थमाकर अपना भरोसा जताया है.

प्रदेश में भाजपा के साथ ही धामी ने भी लगातार दूसरे कार्यकाल की बागडोर संभाल कर इतिहास रचा है. प्रदेश के गठन के दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरी बार पद की शपथ ली है.

पद की शपथ लेने से पहले मुख्यमंत्री ने यहां टपकेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की. इसके बाद वह यहां के रेसकोर्स स्थित गुरुद्वारे गए जहां उन्होंने मत्था टेका एवं अरदास की.

शपथ ग्रहण समारोह के लिए रवाना होने से पहले धामी ने मुख्यमंत्री आवास में ‘शहीद दिवस’ के अवसर पर अमर शहीद सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

पुष्कर सिंह धामी का मंत्रिमंडल

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल में शामिल आध्यात्मिक नेता 70 वर्षीय सतपाल महाराज ने पिछली कैबिनेट में पीडब्ल्यूडी, पर्यटन, सांस्कृतिक और सिंचाई मंत्री के रूप में कार्य किया था. 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले महाराज कांग्रेस के सांसद भी थे. वह राज्य मंत्रिमंडल में सबसे बड़े और साथ ही सबसे अमीर मंत्री हैं.

पार्टी की राज्य इकाई के सचिव धन सिंह रावत के पास पिछले कैबिनेट में उच्च शिक्षा, सहकारिता, आपदा प्रबंधन, डेयरी विकास का पोर्टफोलियो था. उन्होंने श्रीनगर विधानसभा सीट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को 587 मतों से हराया था.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पहली बार मंत्री होंगे. वह 2007 से लगातार तीन बार ऋषिकेश से विधायक रहे हैं. अग्रवाल बुधवार को संस्कृत में शपथ लेने वाले एकमात्र मंत्री थे.

पूर्व सैनिक गणेश जोशी पिछली कैबिनेट में सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, एमएसएमई, खादी और ग्रामोद्योग मंत्री थे. विधानसभा के सदस्य के रूप में यह उनका चौथा कार्यकाल है. मैट्रिक पास जोशी, धामी कैबिनेट में सबसे कम पढ़े-लिखे सदस्य हैं.

सुबोध उनियाल पिछली सरकार में कृषि मंत्री थे. टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है. उनियाल उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता भी थे.

नए मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला 43 वर्षीय रेखा आर्य हैं, जो सोमेश्वर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुनी गई हैं और वह पिछली कैबिनेट में मंत्री भी थीं.

इसके अलावा बागेश्वर (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक चंदन राम दास पहली बार मंत्री के रूप में काम करेंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)