राजस्थान: करौली में सांप्रदायिक तनाव के चलते कर्फ्यू, उपद्रवियों ने दुकानों-वाहनों में लगाई आग

पुलिस के मुताबिक, करौली शहर में शनिवार को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में आयोजित बाइक रैली जब मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़री, तो कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया. इसके बाद हिंसा फैल गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस को सख़्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

पुलिस के मुताबिक, करौली शहर में शनिवार को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में आयोजित बाइक रैली जब मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़री, तो कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया. इसके बाद हिंसा फैल गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस को सख़्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

जयपुर: राजस्थान के करौली जिले में नव संवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से गुजर रही मोटरसायकिल रैली पर पथराव के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के चलते करौली में शनिवार को कर्फ्यू लगाया गया था, जो रविवार को भी जारी रहा.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवा सिंह घूमरिया ने बताया कि शनिवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 36 लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है.

पुलिस ने रविवार को बताया कि राज्य की राजधानी जयपुर से 170 किलोमीटर दूर करौली में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है.

पुलिस ने बताया कि करौली शहर में शनिवार को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में मोटरसायकिल रैली जब मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी, तभी कुछ शरारती तत्वों ने पथराव किया. इसके बाद हिंसा फैल गई और उपद्रवियों ने कुछ दुकानों और मोटरसायकिलों को आग के हवाले कर दिया. इससे कई दुकानें, वाहन और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गए.

उन्होंने बताया कि हिंसा में घायल हुए 35 लोगों में से नौ को करौली के जिला अस्पताल में और गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद शनिवार रात को ही घर भेज दिया गया था.

पुलिस ने बताया कि एक दल हिंसा में हुई संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रहा है.

राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठेर से शनिवार को स्थिति के बारे में जानकारी ली थी और आमजन से शांति बनाये रखने की अपील की थी.

गहलोत ने पुलिस महानिदेशक को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा था कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य सभी समुदायों को राज्य में शांति और विकास का माहौल बनाने में योगदान देने और अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने की आवश्यकता है.

इस संबंध में गहलोत ने ट्वीट किया, ‘करौली में हुई घटना को लेकर डीजीपी से बात कर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है. पुलिस को हर उपद्रवी से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. मैं आमजन से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें.’

वहीं, राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में हुई हिंसा के सबंध में डीजीपी से फोन पर बात की. मिश्र ने हिंसा पर चिंता जताते हुए डीजीपी से हालात नियंत्रण को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने इस दौरान स्थानीय लोगों से संयम बरतते हुए शांति एवं सद्भाव कायम रखने की अपील भी की है.

बहरहाल, अधिकारियों ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक और पुलिस निरीक्षक स्तर के 50 अधिकारियों सहित कुल 600 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और भारतीय पुलिस सेवा के चार अधिकारियों को जयपुर से करौली भेजा गया है.

करौली के जिलाधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जिले में दो अप्रैल से तीन अप्रैल की मध्य रात्रि तक इंटरनेट सेवाएं निंलबित कर दी गई हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी करौली घटना पर प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा, ‘नवसंवत्सर पर निकाली जा रही उत्साह रैली पर विरोधी मानसिकता के लोगों द्वारा किए गये हमले की मैं कड़ी निंदा करती हूं. शांति प्रिय राजस्थान में नफरती मानसिकता को नहीं पनपने दिया जा सकता. प्रशासन को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा, ‘करौली में नवसंवत्सर (हिंदू नववर्ष) के उपलक्ष्य में निकाली जा रही बाइक रैली पर अराजक तत्वों द्वारा किए गए सुनियोजित पथराव और आगजनी की घटना से भारी जन आक्रोश है.’

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘ऐसी घटनाएं कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति का नतीजा हैं. अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अपराधियों को कांग्रेस सरकार का संरक्षण है.’

वहीं, अतिरिक्त महानिदेशक कानून व्यवस्था हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि अब तक उपद्रव में शरीक लगभग ढाई दर्जन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि बाहर से करीब 600 अतिरिक्त पुलिस बल को करौली रवाना किया गया है। घुमरिया ने कहा, ‘करौली में कर्फ्यू लगा दिया गया है और अधिकारियों को उपद्रवियों को किसी सूरत में नहीं बख्शने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गये हैं. पुलिस अधीक्षक को 100 प्रतिशत कर्फ्यू लागू करने के निर्देश दिए गये हैं.’

उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक भरतलाल मीणा, जयपुर उपमहानिरीक्षक (अपराध शाखा) राहुल प्रकाश और जयपुर (दक्षिण) के उपायुक्त मृदुल कछावा को भेजा गया है. बड़ी संख्या में उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षकों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया, ‘वर्तमान में पूरी तरह स्थिति नियंत्रण में है, कुछ दुकानों में आगजनी की घटनाएं हुई थीं, उन पर भी नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है.’

करौली पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पत्थरबाजी की घटना में 35 से अधिक लोग घायल हो गए. करौली जिलाधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया, ‘शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.’ उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं. स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है.’

वहीं, दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

साथ ही, अखबार ने 35 से अधिक दुकानों और एक मकान में में तोड़फोड़ और आगजनी की बात कही है. दो बाईक भी जली हैं और दो दर्जन बाइक के साथ तोड़फोड़ हुई है. दो होटल और जो जीप के साथ भी तोड़फोड़ की गई.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)