बीते 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के 1,109 नए मामले और 43 लोगों की मौत

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,30,33,067 हो गए हैं और अब तक 5,21,573 लोगों की मौत का कारण यह वैश्विक महामारी बन चुकी है. विश्व में संक्रमण के 49.63 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 61.70 लाख से ज़्यादा लोगों की जान गई है.

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Murshidabad: A healthcare worker administers a dose of the Covid-19 preventive vaccine to a student in the age group of 12-14 years, at a school, in Murshidabad district, Thursday, March 31, 2022. (PTI Photo)(PTI03 31 2022 000086B)

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,30,33,067 हो गए हैं और अब तक 5,21,573 लोगों की मौत का कारण यह वैश्विक महामारी बन चुकी है. विश्व में संक्रमण के 49.63 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 61.70 लाख से ज़्यादा लोगों की जान गई है.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एक स्कूल में 12-14 आयुवर्ग की एक छात्रा को कोविड-19 निवारक टीके की खुराक दी गई. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: देश में 1,109 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,30,33,067 पर पहुंच गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 11,492 रह गई है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान 43 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,21,573 हो गई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 49,63,51,329 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 61,70,710 लोगों की मौत हो चुकी है.

भारत मेंउपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.76 प्रतिशत है.

मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 147 मामलों की कमी दर्ज की गई. संक्रमण की दैनिक दर 0.24 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.23 प्रतिशत दर्ज की गई.

इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,25,00,002 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है. इसके अलावा देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 185,38 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है.

आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान देश में जिन 43 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 36 लोग केरल के हैं. अभी तक इस महामारी से 5,21,573 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,47,806, केरल में 68,264, कर्नाटक में 40,056, तमिलनाडु में 38,025, दिल्ली में 26,155, उत्तर प्रदेश में 23,498 और पश्चिम बंगाल में 21,200 मरीजों की मौत हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.

चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.

वायरस के मामले और मौतें

अप्रैल महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते सात अप्रैल को 1,033, छह अप्रैल को 1,086, पांच अप्रैल को 795, चार अप्रैल को 913, तीन अप्रैल को 1,096, दो अप्रैल को 1,260 और एक अप्रैल को 1,335 नए मामले दर्ज किए गए थे.

वहीं, इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा देखें तो बीते सात अप्रैल को 43, छह अप्रैल को 71, पांच अप्रैल को 58, चार अप्रैल को 13, तीन अप्रैल को 81, दो अप्रैल को 83 और एक अप्रैल को 52 लोगों की जान गई थी.

मार्च के महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 7,554 नए मामले दो मार्च को आए थे और इस दौरान सबसे अधिक 4,100 (महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों में संशोधन के साथ) मौतें 26 मार्च को दर्ज की गई थीं.

फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे में सर्वाधिक 1,72,433 मामले तीन फरवरी को रिकॉर्ड किए गए और इस अवधि में सबसे अधिक 1,733 लोगों की मौत दो फरवरी को हुई थी.

इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.

मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)