गुजरात कांग्रेस के नेता परेशान कर रहे हैं, ताकि मैं पार्टी छोड़ दूं: हार्दिक पटेल

हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजरात में पाटीदार समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण प्रदान करने की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन की अगुवाई की थी. पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व पूरी तरह से बेकार काम कर रहा है. गुटबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है. सारी स्थिति के बारे में राहुल जी को कई बार बताया, लेकिन कोई निर्णय नहीं होता है. इसलिए ज़्यादा दुख होता है.

Ahmedabad: PAAS convener Hardik Patel addresses people during protest against Rape of 8yr old girl in Kathua of Jammu-Kashmir, 11 yr old girl in Unnao of Uttar Pradesh and also in Surat and demanding to hang rapists, in Ahmedabad on Sunday. PTI Photo (PTI4_22_2018_000167B)
हार्दिक पटेल. (फोटो: पीटीआई)

हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजरात में पाटीदार समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण प्रदान करने की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन की अगुवाई की थी. पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व पूरी तरह से बेकार काम कर रहा है. गुटबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है. सारी स्थिति के बारे में राहुल जी को कई बार बताया, लेकिन कोई निर्णय नहीं होता है. इसलिए ज़्यादा दुख होता है.

Ahmedabad: PAAS convener Hardik Patel addresses people during protest against Rape of 8yr old girl in Kathua of Jammu-Kashmir, 11 yr old girl in Unnao of Uttar Pradesh and also in Surat and demanding to hang rapists, in Ahmedabad on Sunday. PTI Photo (PTI4_22_2018_000167B)
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल. (फोटो: पीटीआई)

अहमदाबाद: कांग्रेस की गुजरात इकाई की ‘कार्यशैली’ पर नाखुशी जाहिर करते हुए पार्टी नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें राज्य इकाई में दरकिनार किया गया और नेतृत्व उनकी क्षमताओं का उपयोग करने का इच्छुक नहीं है.

इतना ही नहीं बृहस्पतिवार को पटेल ने आरोप लगाया कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उन्हें परेशान कर रहा है और राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि ‘मैं पार्टी छोड़ दूं.’

उनका कहना है, ‘मुझे कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया, लेकिन मेरे पास कोई काम नहीं है. मुझे किसी अहम बैठक में नहीं बुलाया जाता, किसी निर्णय में भागीदार नहीं बनाया जाता. सवाल यह है कि कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष क्या होता है? कुछ तो जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, लेकिन तीन साल हो गए, कोई काम नहीं दिया गया.’

उच्चतम न्यायालय द्वारा वर्ष 2015 के दंगा और आगजनी मामले में हार्दिक की सजा पर रोक लगाने के बाद उन्होंने चुनाव लड़ने का संकेत दिया था, जिसके बाद कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक ने अपनी नाखुशी जताई है.

हार्दिक ने 2015 में गुजरात में पाटीदार समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण प्रदान करने की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन की अगुवाई की थी.

हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बगावत की है. राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है. कांग्रेस 27 वर्षों से गुजरात की सत्ता से बाहर है.

हार्दिक पटेल ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मशहूर पाटीदार नेता नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल करने में विलंब को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया.

उन्होंने कहा, ‘नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर पार्टी में जिस तरह की बातें हो रही हैं, वो पूरे समुदाय का अपमान है. अब दो महीने से अधिक समय बीत चुका है. अब तक कोई फैसला क्यों नहीं लिया जा रहा? कांग्रेस आलाकमान या स्थानीय नेतृत्व को नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के संबंध में जल्द निर्णय लेना चाहिए.’

हार्दिक ने दावा किया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन ने 2015 के स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस को अच्छी संख्या में सीट जीतने में मदद की थी.

उन्होंने कहा कि आंदोलन के चलते 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य की 182 सीटों में से 77 सीटों पर जीत मिली.

हार्दिक पटेल ने दावा किया, ‘लेकिन, इसके बाद क्या हुआ? कांग्रेस में भी कई लोग यह महसूस करते हैं कि 2017 के बाद पार्टी द्वारा हार्दिक का उचित उपयोग नहीं किया गया. ऐसा इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि पार्टी में कुछ लोग सोचते होंगे कि आज अगर मुझे महत्व दिया गया तो मैं पांच या 10 साल बाद उनके रास्ते में आ जाऊंगा.’

गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस छोड़ने पर विचार कर रहे हैं तो 28 वर्षीय पटेल ने कहा, ‘मैं किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाना चाहता. लेकिन गुजरात कांग्रेस में जो मजबूत नेता होते हैं, उनको परेशान किया जाता है ताकि वो पार्टी छोड़कर चले जाएं.’

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘प्रदेश कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि मैं भी पार्टी छोड़ दूं.’ पटेल ने कहा, ‘मुझे इतना परेशान किया जा रहा है कि दिल भर आता है.’

पटेल ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व पूरी तरह से बेकार काम कर रहा है. सबको परेशान किया जा रहा है, गुटबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘सारी स्थिति के बारे में राहुल जी को कई बार बताया, लेकिन कोई निर्णय नहीं होता है. इसलिए मुझे ज्यादा दुख होता है.’

युवा पाटीदार नेता ने यह आरोप भी लगाया, ‘मेरे बारे में कांग्रेस के लोग ही अफवाह फैलाते हैं कि मैं पार्टी छोड़ने वाला हूं. एक साल पहले अफवाह फैलाई गई कि मैं आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहा हूं. यह सब मुझे कमजोर करने के लिए किया जाता है.’

उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस गुजरात में अच्छा करना चाहती है तो अपनी कार्यपद्धति को बदले और अच्छे एवं मजबूत लोगों को काम दे. अन्यथा गुजरात की भूमि अलग है.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पटेल ने कहा, ‘2017 के चुनावों में कांग्रेस को हमारे (पटेल समुदाय के) कारण फायदा हुआ. अब, जैसा कि मैं टेलीविजन पर देख रहा हूं कि पार्टी 2022 के चुनावों के लिए नरेश पटेल को शामिल करना चाहती है. मुझे उम्मीद है कि वे 2027 के चुनावों के लिए एक नए पटेल की तलाश नहीं करेंगे.’

नरेश पटेल के बारे में हार्दिक की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा कि पार्टी उनका स्वागत करने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नरेश पटेल के स्वागत के लिए तैयार है. गेंद अब नरेश पटेल के पाले में है. हमने उनसे पहले भी चर्चा की थी और उनसे पार्टी में शामिल होने का आग्रह किया था, लेकिन अंतत: अंतिम निर्णय केवल उनके द्वारा लिया जाएगा.’

ठाकोर ने यह भी कहा कि हार्दिक की शिकायत को समझने के लिए उनसे मुलाकात की जाएगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)