मध्य प्रदेश: गोहत्या के शक में दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या, नौ लोग गिरफ़्तार

सिवनी जिले के कुरई थाना क्षेत्र का मामला है. गोहत्या के संदेह में 15-20 लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने से दो आदिवासियों की मौत हो गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हमलावर बजरंग दल के हैं. पुलिस ने बताया​ कि एक दक्षिणपंथी संगठन के लगभग 20 सदस्यों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

सिवनी जिले के कुरई थाना क्षेत्र का मामला है. गोहत्या के संदेह में 15-20 लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने से दो आदिवासियों की मौत हो गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हमलावर बजरंग दल के हैं. पुलिस ने बताया​ कि एक दक्षिणपंथी संगठन के लगभग 20 सदस्यों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

भोपाल: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गोहत्या के संदेह में 15-20 लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद दो आदिवासियों की मौत हो गई. घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया.

मामले में शिकायतकर्ता और भाजपा शासित राज्य में विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हमलावर बजरंग दल के हैं.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुरई थाना क्षेत्र के सिमरिया में सोमवार को तड़के ढाई बजे से तीन बजे के बीच हुई घटना के सिलसिले में करीब 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

इस संबंध में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में शेर सिंह (28 वर्ष), अजय साहू (27 वर्ष), वेदांत सिंह चौहान (18 वर्ष), दीपक अवधिया (38 वर्ष), बसंत रघुवंशी (32 वर्ष), रघुनंदन रघुवंशी (20 वर्ष), अंशुल चौरसिया (22 वर्ष), शिवराज रघुवंशी (23 वर्ष) एवं रिंकू पाल (30 वर्ष) शामिल हैं.

घटना के बाद कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोदिया के नेतृत्व में एक गुट ने जबलपुर-नागपुर हाईवे पर धरना शुरू कर दिया. सिवनी के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों ने धरनास्थल का दौरा किया.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को चक्काजाम कर दिया था. जिसके बाद कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास और पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक मौके पर पहुंचे और आश्वासन के बाद शाम को जाम खोला गया.

सागर निवासी मृतक संपत लाल बट्टी की बेटी सुनीता बट्टी को आदिवासी कन्या आश्रम बरेलीपार में और सिमरिया निवासी मृतक धनसाय इनवती के बेटे जयप्रकाश इनवती को हाईस्कूल विजयपानी में दैनिक वेतन भोगी के पद में पदस्थ किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं.

इसके अलावा मृतक संपत लाल बट्टी की आश्रित मटठो बाई को 8 लाख 25 हजार और मृतक धनसाय इनवती के आश्रित फुलबती इनवती को 8 लाख 25 हजार की आर्थिक सहायता की स्वीकृति प्रदान कर दी गई हैं.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके मरावी ने बताया, ‘दो आदिवासियों की मौत हो गई. यह आरोप लगाया गया है कि 15-20 लोगों का एक समूह पीड़ितों के घर गया और उन पर गाय की हत्या का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया. अस्पताल ले जाने के दौरान दो लोगों की मौत हो गई. एक अन्य को मामूली चोटें आई हैं.’

उन्होंने कहा कि मृतकों का पोस्टमार्टम किया जाना बाकी है.

मरावी ने कहा, ‘कुरई थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है और पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश कर रही है. कुछ आरोपियों के नाम (शिकायत में) हैं और अन्य अज्ञात हैं. हमने दो-तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है. पीड़ितों के घर से करीब 12 किलोग्राम मांस मिला है.’

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि मांस को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.

घटना में घायल शिकायतकर्ता ब्रजेश बत्ती ने कहा कि भीड़ सागर निवासी संपत लाल बट्टी और सिमरिया निवासी धनसाय इनवाती को लाठियों से मार रही थी, जब वह मौके पर पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई.

अतिरिक्त एसपी ने कहा कि एक भगवा (दक्षिणपंथी) संगठन के 15 सदस्यों के खिलाफ दंगा, हत्या, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और छह आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

सिवनी के पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने पीड़ितों के घर का दौरा किया.

इसी बीच, घटना के विरोध में धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक काकोदिया ने दावा किया कि हमलावरों में बजरंग दल के सदस्य शामिल हैं और उन्होंने इस दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.

उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए. इस बीच, कांग्रेस ने घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है.

मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की घोषणा कर, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद की जाए व घायल युवक के इलाज की संपूर्ण व्यवस्था सरकारी खर्च पर हो.’

कमलनाथ ने कहा कि मृतकों के परिजनों और स्थानीय निवासियों ने दावा किया है कि बजरंग दल घटना में शामिल था.

उन्होंने कहा, ‘प्रदेश में आदिवासी वर्ग के साथ दमन व उत्पीड़न की घटनाएं रुक नही रही है. हमने इसके पूर्व नेमावर, खरगोन व खंडवा की घटनाएं भी देखी है. आरोपियों के भाजपा से जुड़े होने की जानकारी भी सामने आयी थी. इस घटना में भी आरोपियों के भाजपा से जुड़े कनेक्शन की बात सामने आ रही है.’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि मध्य प्रदेश आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में देश के राज्यों में एक नंबर पर है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)