नॉर्थ ईस्ट

बाढ़ और भूस्खलनों के कारण पूर्वोत्तर भारत में तबाही, असम में चार लाख लोग प्रभावित

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण असम की बराक घाटी और दीमा हसाओ ज़िले समेत पड़ोसी राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के कुछ हिस्सों से सड़क और रेल संपर्क टूट गया है. असम और मेघालय में कई जगह सड़क और रेल पटरी बह गई है. असम में वर्षाजनित हादसों में तीन और लोगों की मौत हो जाने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर आठ हो गई है.

असम के होजई जिले में एक बाढ़ प्रभावित इलाके से गुजरते ग्रामीण. (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी/ईटानगर/अगरतला: असम के और इलाकों में बाढ़ का पानी आने के कारण राज्य में प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर चार लाख हो गई है तथा वर्षाजनित हादसों में तीन और लोगों की मौत हो जाने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर आठ हो गई है. एक सरकारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई.

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण असम की बराक घाटी और दीमा हसाओ जिले समेत पड़ोसी राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के कुछ हिस्सों से सड़क और रेल संपर्क मंगलवार को टूटा रहा. असम और मेघालय में कई जगह सड़क और रेल पटरी बह गई है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में बताया गया कि सोमवार तक बाढ़ से 20 जिलों के 1,97,248 लोग प्रभावित हुए थे और अब यह संख्या बढ़ गई है. बाढ़ से 26 जिलों के 4,03,352 प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा मृतक संख्या भी बढ़कर आठ हो गई है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद दिए जाने का आश्वासन दिया है.

असम के दीमा हसाओ जिले में कई जगह भूस्खलन से सड़क और रेल संपर्क बाधित हो गया. मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में भूस्खलन ने दक्षिणी असम की बराक घाटी और तीन उत्तर पूर्वी राज्यों के महत्वपूर्ण हिस्सों तक सड़क संपर्क बाधित कर दिया.

पूर्वी जयंतिया हिल्स पुलिस ने अपने अधिकार क्षेत्र में ताजा भूस्खलन के बारे में सतर्क किया है. असम पुलिस के विशेष महानिदेशक जीपी सिंह ने जनता से जाम हटने तक सड़क मार्ग का उपयोग करने से बचने को कहा है.

सिंह ने ट्वीट किया, ‘कृपया जब तक कि सड़क जाम को दूर नहीं कर दिया जाता, तब तक सिलचर से गुवाहाटी की ओर जाने से बचें.’

एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण रविवार से दीमा हसाओ में संचार चैनल बंद कर दिए गए हैं.

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि लुमडिंग-बदरपुर खंड में पटरियों पर भूस्खलन और जलभराव के कारण बराक घाटी, मणिपुर, त्रिपुरा और मिजोरम के लिए रेल संपर्क टूट गया है. उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन को बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, असम के सीमावर्ती राज्य मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में भूस्खलन के कारण मंगलवार से सड़क संपर्क भी टूट गया है.

पूर्वी जयंतिया हिल्स जिला पुलिस ने ट्वीट किया, ‘मंगलवार सुबह एनएच-06 पर कुलियांग गांव में ताजा भूस्खलन हुआ है. सिलचर-रतचेरा-खलीहरियात से मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया है. इसे हटाने के प्रयास जारी हैं और फंसे हुए यात्रियों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है.’

इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने मेघालय के समकक्ष के साथ मार्ग को मंजूरी देने का मामला उठाया है.

शर्मा ने ट्वीट किया, ‘मेघालय में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के मद्देनजर बराक घाटी में यात्रियों और माल ले जाने वाले भारी वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है. मैंने माननीय सीएम कोनराड संगमा से अनुरोध किया है कि कृपया हस्तक्षेप करें और मदद करें. उन्होंने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है.’

गुवाहाटी में एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि सेना और असम राइफल्स ने उपायुक्त से मदद के लिए अनुरोध प्राप्त करने के बाद मंगलवार को कछार के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ बचाव अभियान का दूसरा चरण शुरू किया है.

इसमें कहा गया, ‘असम राइफल्स की श्रीकोना बटालियन और सेना के जवानों ने करीब 500 ग्रामीणों को बचाया. बचाव के प्रयास देर शाम तक चल रहे और उपायुक्त और स्थानीय लोगों ने असम राइफल्स और सेना द्वारा प्रदान की गई सेवा की सराहना की.’

वायु सेना, जो दीमा हसाओ से फंसे हुए ट्रेन यात्रियों को एयरलिफ्ट करने में सहायता कर रही है, से भी न्यू हाफलोंग रेलवे स्टेशन से 35 फंसे हुए रेल कर्मचारियों और उनके परिवारों को बचाने के लिए अनुरोध किया गया है, जो मलबे में दब गया है. इसके आसपास के क्षेत्र में भारी भूस्खलन हुआ है.

असम में बुधवार से शुरू होने वाली हायर सेकेंडरी फर्स्ट ईयर (कक्षा 11) की परीक्षाएं बाढ़ और पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश से हुई व्यापक क्षति के कारण आंशिक रूप से स्थगित कर दी गई हैं.

इधर, अरुणाचल प्रदेश में कई क्षेत्रों में भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है.

असम के दीमा हसाओ जिले में भारी बारिश के बाद क्षतिग्रस्त रेलवे पुल को पार करने में यात्रियों की मदद करते हुए आरपीएफ जवान. (फोटो: पीटीआई)

असम के ईटानगर से गोहपुर और लोअर सुबनसिरी जिले के जीरो से पोटिन होते हुए सड़कें मिट्टी के खिसकने के कारण अवरुद्ध हो गईं.

अगरतला में एक अधिकारी ने कहा कि त्रिपुरा सरकार असम से सड़क मार्ग से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार कर रही है, क्योंकि पड़ोसी राज्य में भूस्खलन से प्रभावित रेलवे नेटवर्क को बहाल करने में कम से कम दो महीने लगेंगे.

खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त सचिव तपन कुमार दास ने कहा कि अभी तक त्रिपुरा में आवश्यक वस्तुओं और ईंधन की कोई कमी नहीं है, लेकिन अगर ट्रेन सेवाओं का निलंबन लंबे समय तक जारी रहता है तो यह राज्य के सामान्य आपूर्ति को प्रभावित करेगा.

टाइम्स नाउ के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को असम और मेघालय के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों में बेहद भारी बारिश की संभावना है.

आईएमडी ने कहा कि दक्षिण और दक्षिण पश्चिमी हवाओं के निचले स्तर के मजबूत होने के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवेश उत्तर-पूर्व में जारी रहने की संभावना है, जो वर्तमान बारिश का कारण बन रहे हैं.

सड़क और रेल संपर्क बाधित होने से हवाई किराये में बढ़ोतरी

पूर्वोत्तर में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रेल और सड़क मार्ग बाधित हैं तो दूसरी ओर हवाई किराये में भारी बढ़ोतरी की गई है.

अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचे सिलचर के भाजपा सांसद राजदीप रॉय ने ट्वीट किया, ‘भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रेल और सड़क मार्ग बाधित होने के कारण मैं सिलचर-गुवाहाटी का हवाई किराया 31,000 रुपये देखकर स्तब्ध हूं, जो 300 किमी की 25 मिनट वाली उड़ान के लिए है.’

उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा के टिकट मूल्य निर्धारण के मुद्दे को तुरंत ठीक करने आवश्यकता है. उन्होंने यह लिखते हुए प्रधानमंत्री और उनके कार्यालय, नागरिक उड्डयन मंत्री और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को टैग किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)