असम में बाढ़ से 42 लाख से अधिक लोग प्रभावित, अब 71 लोगों की मौत

असम के नगांव ज़िले में बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने के लिए गए कामपुर पुलिस थाने के प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी पानी के तेज़ बहाव में बह गए. उनके शव सोमवार को बरामद किए गए. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित ज़िला है, जहां 12.76 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 3.94 लाख लोग और नगांव में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

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असम के नगांव ज़िले में बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने के लिए गए कामपुर पुलिस थाने के प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी पानी के तेज़ बहाव में बह गए. उनके शव सोमवार को बरामद किए गए. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित ज़िला है, जहां 12.76 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 3.94 लाख लोग और नगांव में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

असम के नगांव जिले में रविवार को बाढ़ में डूबी सड़क को पार करने के लिए ग्रामीण केले के बेड़ा का इस्तेमाल करते हुए. (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी/अगरतला/ईटानगर: असम के नगांव जिले में बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने के लिए गए एक पुलिस थाने के प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी पानी के तेज बहाव में बह गए और उनके शव सोमवार को बरामद किए गए. पुलिस ने यह जानकारी दी.

राज्य के विशेष पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने बताया कि कामपुर पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी सैम्युजल काकोती ने रविवार देर रात को बाढ़ के बारे में सूचना मिलने के बाद चार पुलिसकर्मियों को लेकर नौका से पचोनिजार मधुपुर गांव पहुंचे.

उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी के बाढ़ के पानी से उफनती नदी में गिर गए और तेज बहाव में बह गए. दो पुलिसकर्मियों को बचा लिया गया और एसडीआरएफ कर्मचारियों ने दो के शव बरामद किए. इनमें से काकोती का शव कई घंटों की तलाश के बाद सोमवार को तड़के निकाला गया.

अन्य पुलिसकर्मी की पहचान राजीव बोरदोलोई के रूप में की गई है.

सिंह ने कहा, ‘हम सब-इंस्पेक्टर सैमुजल काकोती और कांस्टेबल राजीव बोरदोलोई के साहस एवं वीरता को सलाम करते हैं. उनका निस्वार्थ कृत्य असम पुलिसकर्मियों की भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा रहेगा.’

उन्होंने कहा, ‘हम दुख की इस घड़ी में अपने कर्मियों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं और बहादुर पुलिसकर्मियों द्वारा दिखाए गए साहस को सलाम करते हैं.’

असम में बाढ़ से नगांव जिला बुरी तरह प्रभावित है और कामपुर में कोपिली नदी में बाढ़ से 3,64,459 लोग प्रभावित हुए हैं.

इंडिया टुडे के मुताबिक, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने घोषणा की कि वह सोमवार को बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य के उपायुक्तों और सिविल सब डिवीजनल अधिकारियों के साथ एक वीडियो बैठक करेंगे.

असम में बाढ़ से नौ व्यक्तियों की मौत, लगभग 42 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को और खराब हो गई तथा इससे तीन बच्चों सहित नौ और व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 31 जिलों में 42 लाख से अधिक व्यक्ति प्रभावित हैं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में छह व्यक्ति डूब गए जबकि तीन व्यक्तियों की भूस्खलन के कारण मौत हो गई. वहीं आठ व्यक्ति राज्य के अलग अलग हिस्सों में लापता हैं. इसके साथ ही इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 71 हो गई है.

अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण 34 जिलों में कुल 42,28,157 लोग प्रभावित हैं.

प्राधिकरण की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 12.76 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 3.94 लाख लोग प्रभावित हैं और नगांव में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

कछार, दीमा हसाओ, गोलपाडा, हैलाकांडी, कामरूप मेट्रोपॉलिटन और करीमगंज से बड़े पैमाने पर भूस्खलन की सूचना मिली है. शनिवार तक राज्य के 27 जिलों में बाढ़ से करीब 31 लाख लोग प्रभावित हुए थे.

मौसम कार्यालय ने सोमवार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जबकि मंगलवार से बृहस्पतिवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है.

अगले 48 घंटे के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में छिटपुट स्थानों पर गरज चमक या भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा जारी रहने और उसके बाद वर्षा की तीव्रता में कमी की संभावना है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि वर्तमान में 5,137 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 1,07,370.43 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है.

अधिकारी 27 जिलों में 1,147 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 29,722 बच्चों सहित 1,86,424 लोग शरण लिये हुए हैं. पिछले 24 घंटे में विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 8,760 लोगों को बचाया गया है.

त्रिपुरा में बाढ़ के हालात में मामूली सुधार, एक व्यक्ति के बह जाने की आशंका

त्रिपुरा में भारी बारिश नहीं होने से रविवार को बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधारा देखा गया, लेकिन इस दौरान उफनती कटखल नदी में एक व्यक्ति के बह जाने की आशंका है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि अगरतला नगर निगम और उसके आसपास के निचले इलाकों में शनिवार को हावड़ा नदी का जलस्तर 10.80 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया था, जो अब चेतावनी सीमा (9.02 मीटर) से नीचे बह रहा है.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि इस बीच सदर उप-मंडल के मयलाखोला निवासी सिराज मिया के कथित तौर पर उफनती कटखल नदी में बह जाने की सूचना है, जो हावड़ा की सहायक नदी है.

अधिकारी ने बताया कि सिराज का अभी कोई पता नहीं चला है. उन्होंने बताया कि तीन जिलों पश्चिम त्रिपुरा, उनाकोटी और उत्तरी त्रिपुरा में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई अचानक बाढ़ के कारण करीब 12,000 लोग बेघर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि 45 राहत शिविर बनाए गए हैं.

एसडीएमए अधिकारी ने कहा कि अकेले सदर अनुमंडल में ही 11,000 से अधिक लोगों को 42 शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि सुबह से कोई ताजा भारी बारिश नहीं हुई है और अगले 24 घंटों के दौरान मौसम विभाग द्वारा बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है.

उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें सदर उपमंडल में बचाव अभियान में लगी हुई हैं, जबकि सेना, असम राइफल्स और सीआरपीएफ के जवानों को अलर्ट पर रखा गया है.’

मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी.

अरुणाचल के पापुम पारे में भूस्खलन से 16 वर्षीय लड़के की मौत

अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में रविवार को हुए भीषण भूस्खलन में 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी है.

पापू हिल्स पुलिस थाने के निरीक्षक ओ रोनांग ने बताया कि जिला मुख्यालय युपिया में सुबह करीब आठ बजे भूस्खलन हुआ.

उन्होंने बताया कि मृतक लड़के की पहचान रेज हिली के रूप में हुई है, जो उस वक्त मोटरसाइकिल पर सवार था और मलबे के नीचे दब गया. बाद में उसका शव मलबे से निकाला गया.

पश्चिम सियांग जिले के केयाक सर्किल के एमजी गांव का रहने वाला हिली एक होनहार मुक्केबाज के रूप में जाना जाता था.

पुलिस के मुताबिक, एक कार में यात्रा कर रहा दंपती इलाके में हुए भूस्खलन में बाल-बाल बच गया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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