अपराध रोकने के लिए शराब के विकल्प के तौर पर गांजा-भांग के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए: भाजपा विधायक

छत्तीसगढ़ के मस्तूरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने दावा किया कि भांग और गांजा का नशा करने वाले व्यक्ति बलात्कार, हत्या और डकैती जैसे अपराध नहीं के बराबर करते हैं. उन्होंने कहा कि यदि लोग नशा करना चाहते हैं तो उन्हें उस तरह की चीज़ें परोसी जानी चाहिए, जिनका सेवन करने के बाद हत्या, बलात्कार या अन्य अपराध नहीं किए जाते हैं.

बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्रे से भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी. (फोटो: फेसबुक)

छत्तीसगढ़ के मस्तूरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने दावा किया कि भांग और गांजा का नशा करने वाले व्यक्ति बलात्कार, हत्या और डकैती जैसे अपराध नहीं के बराबर करते हैं. उन्होंने कहा कि यदि लोग नशा करना चाहते हैं तो उन्हें उस तरह की चीज़ें परोसी जानी चाहिए, जिनका सेवन करने के बाद हत्या, बलात्कार या अन्य अपराध नहीं किए जाते हैं.

भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी. (फोटो साभार: फेसबुक)

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने नशे के लिए शराब के विकल्प के तौर पर भांग और गांजा के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने का सुझाव दिया है.

बांधी ने दावा किया कि इन पदार्थों (भांग और गांजा) का नशा करने वाले व्यक्ति बलात्कार, हत्या और डकैती जैसे अपराध नहीं के बराबर करते हैं.

विधायक ने राज्य के गौरेला-पेंड्रा-मारवाही जिले में शनिवार (23 जुलाई) को एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से यह बात कही. वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने उनके इस बयान पर सवाल किया है कि एक जनप्रतिनिधि नशे को बढ़ावा कैसे दे सकता है.

बांधी, मस्तूरी विधानसभा सीट से विधायक हैं.

अधिकारियों ने बताया कि मादक पदार्थ पर रोकथाम संबंधी नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत गांजा की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध है, जबकि भांग को कानून के तहत अनुमति प्राप्त है.

राज्य में मद्य निषेध के कांग्रेस के चुनावी वादे के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए बांधी ने कहा, ‘हम राज्य विधानसभा में पहले भी यह मुद्दा उठा चुके हैं और 27 जुलाई को इस विषय को फिर से उठाएंगे, जब (कांग्रेस सरकार के खिलाफ विधानसभा में) विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर उस दिन चर्चा करेंगे.’

विधायक ने कहा, ‘यह मेरा व्यक्तिगत विचार है और पूर्व में विधानसभा में इसकी चर्चा कर चुका हूं. मैंने कहा था कि बलात्कार, हत्या और झगड़े की वजह कहीं न कहीं शराब है, लेकिन मैंने (सदन में) सवाल किया था कि क्या भांग का सेवन करने वाले किसी व्यक्ति ने कभी बलात्कार, हत्या या डकैती की है?’

उन्होंने कहा, ‘शराब को प्रतिबंधित करने के लिए एक कमेटी गठित की गई है. कमेटी को यह विचार करना चाहिए कि हम भांग और गांजा की ओर कैसे बढ़ सकते हैं. यदि लोग नशा करना चाहते हैं तो उन्हें उस तरह की चीजें परोसी जानी चाहिए, जिनका सेवन करने के बाद हत्या, बलात्कार या अन्य अपराध नहीं किए जाते हैं. यह मेरा व्यक्तिगत विचार है.’

विधायक के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस की बिलासपुर जिला इकाई के प्रवक्ता अभय नारायण राय ने रविवार को कहा कि तीन बार विधायक चुने गए और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बांधी नशे को बढ़ावा देने का ऐसा बयान कैसे दे सकते हैं.

उन्होंने कहा, ‘इस तरह के विचार एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हैं.’

बहरहाल, विधायक की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसी भी तरह की लत ठीक नहीं होती. उन्होंने विधायक पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर वह चाहते हैं कि देश में गांजा के सेवन को कानूनी तौर पर अनुमति दी जाए तो उन्हें केंद्र से इसकी मांग करनी चाहिए.

दिल्ली से यहां रायपुर हवाई अड्डा पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब केंद्रीय एजेंसियां 10 ग्राम गांजा की जब्ती के लिए मुंबई में भटक रही हैं तो उनके (भाजपा) वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि गांजा का सेवन करना चाहिए. गांजा प्रतिबंधित है और उन्हें पहले केंद्र में अपनी सरकार से इसकी (गांजा सेवन की अनुमति) मांग करनी चाहिए. वैसे किसी भी तरह की लत ठीक नहीं होती.’