महाराष्ट्र सरकार के अधिकारी दफ़्तरों में फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहें: मंत्री

महाराष्ट्र में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बनाए जाने के बाद लिए गए अपने पहले फैसले में भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों को अपने दफ़्तर में फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहने संबंधी आदेश 18 अगस्त तक जारी कर दिया जाएगा.

सुधीर मुनगंटीवार. (फोटो साभार: फेसबुक)

महाराष्ट्र में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बनाए जाने के बाद लिए गए अपने पहले फैसले में भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों को अपने दफ़्तर में फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहने संबंधी आदेश 18 अगस्त तक जारी कर दिया जाएगा.

सुधीर मुनगंटीवार. (फोटो साभार: फेसबुक)

मुंबई: महाराष्ट्र में सांस्कृतिक मामलों के नवनियुक्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने रविवार (14 अगस्त) को कहा कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों को कार्यालयों में फोन कॉल उठाने पर ‘हेलो’ (Hello) के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहना होगा.

मुनगंटीवार ने कहा, ‘हम आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं. हम (आज़ादी का) अमृत महोत्सव मना रहे हैं. इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहें.’

उन्होंने कहा कि इस बाबत आधिकारिक सरकारी आदेश 18 अगस्त तक आ जाएगा.

मंत्री ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारी अगले साल 26 जनवरी तक (फोन उठाने पर) ‘वंदे मातरम’ कहें.’

मंत्रालय आवंटित होने के बाद यह मुनगंटीवार द्वारा लिया गया सबसे पहला निर्णय है.

बता दें कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना को तोड़ने के बाद भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सत्ता में आए थे. नई सरकार में भाजपा के विधायकों को कई महत्वपूर्ण विभाग मिले हैं.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मंत्री पद बांटे जाने के कुछ घंटों बाद ही लिए इस फैसले पर मुनगंटीवार ने कहा, ‘वंदे मातरम हमारा राष्ट्रगीत है. यह केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि भारत माता के प्रति भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है. 1875 में बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा लिखा गया यह गीत स्वतंत्रता सेनानियों को ऊर्जा प्रदान करता था. उन्होंने कई लोगों के दिलों में देशभक्ति की एक चिंगारी जगा दी थी.’

मुनगंटीवार ने कहा कि स्वतंत्रता के इस 75वें साल में हम विदेशी शब्द ‘हेलो’ का इस्तेमाल नहीं करेंगे और इसके बजाय वंदे मातरम का उपयोग करेंगे.

अपने फैसले के संबंध में उन्होंने ट्वीट भी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मंत्रालय मिलने के तत्काल बाद आज मैं संस्कृति मामलों के मंत्री के रूप में प्रत्येक नागरिक और सरकारी कार्यालय के कर्मचारी से अपील करता हूं कि वे बातचीत शुरू करने के लिए ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ का इस्तेमाल करें.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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