उत्तर प्रदेश: कानपुर में सेप्टिक टैंक की ज़हरीली गैस से तीन मज़दूरों की मौत

घटना कानपुर ज़िले के बर्रा इलाके में हुई. एक निर्माणाधीन मकान में बन रहे सेप्टिक टैंक के अंदर गए तीन मज़दूर ज़हरीली गैस के संपर्क में आने से बेहोश हो गए थे. उन्हें अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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​​(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

घटना कानपुर ज़िले के बर्रा इलाके में हुई. एक निर्माणाधीन मकान में बन रहे सेप्टिक टैंक के अंदर गए तीन मज़दूर ज़हरीली गैस के संपर्क में आने से बेहोश हो गए थे. उन्हें अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

​​(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बर्रा इलाके में रविवार को एक निर्माणाधीन मकान में बन रहे ‘सेप्टिक टैंक’ की जहरीली गैस के संपर्क में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई.

कानपुर के पुलिस उपायुक्त दक्षिणी प्रमोद कुमार ने बताया कि बर्रा इलाके में स्थित मालवीय नगर में बाल गोविंद नामक एक ठेकेदार एक मकान बनवा रहा था.

उन्होंने बताया कि इसके निर्माण में शिवा तिवारी (25), अंकित पाल (22) और अमित कुमार (25) नामक मजदूर भी लगे थे.

उन्होंने बताया कि ये तीनों मजदूर मकान के निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक के अंदर गए थे कि इसी दौरान जहरीली गैस के संपर्क में आने से वे बेहोश हो गए.

उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने उन तीनों को बचाने की कोशिश की लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने पर वह बाहर आ गया.

कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों मजदूरों को बाहर निकलवाया लेकिन तब तक शिवा की मौत हो चुकी थी.

उन्होंने बताया कि अंकित और अमित को रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने सड़क पर रास्ता जाम कर हंगामा किया लेकिन पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन देकर उन्हें समझाया.

उन्होंने बताया कि परिजनों की तहरीर मिलने पर मामला दर्ज करके आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

दैनिक जागरण के अनुसार, क्षेत्र के लोगों ने बताया कि दो माह से टैंक की छत को मजबूत करने के लिए पानी डाला जा रहा था। शटरिंग के कारण उसे बंद कर दिया गया था, जिसके चलते पानी धीरे-धीरे तीन से चार फीट तक भर गया और चारों तरफ से बंद होने के कारण जहरीली गैस बनने लगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)