एमपी: स्कूल शौचालय की सफाई करती लड़कियों की तस्वीर आने के बाद मंत्री ने दिए जांच के आदेश

मध्य प्रदेश में गुना ज़िले के चकदेवपुर गांव के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं द्वारा कथित तौर पर शौचालय की सफाई करने की तस्वीरें सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि सफाई करने वाली लड़कियां कक्षा 5 और 6 की छात्राएं हैं.

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एक सरकारी स्कूल में छात्राओं द्वारा शौचालय की सफाई करने की तस्वीरें. (फोटो साभार: ट्विटर/@madhavmantri)

मध्य प्रदेश में गुना ज़िले के चकदेवपुर गांव के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं द्वारा कथित तौर पर शौचालय की सफाई करने की तस्वीरें सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि सफाई करने वाली लड़कियां कक्षा 5 और 6 की छात्राएं हैं.

स्कूल के शौचालय की छात्राओं द्वारा सफाई करने की तस्वीर. (फोटो साभार: ट्विटर/@madhavmantri)

गुना: मध्य प्रदेश के गुना जिले के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं द्वारा शौचालय की सफाई करने की तस्वीरें बृहस्पतिवार को स्थानीय मीडिया में आने के बाद प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

एक अधिकारी ने कहा कि घटना तब सामने आई, जब जिले की छोटी लड़कियों का चकदेवपुर गांव के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के शौचालय की सफाई करने की तस्वीरें मीडिया में सामने आईं. इन खबरों के बाद मंत्री सिसोदिया ने जांच के आदेश दिए.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सफाई करने वाली लड़कियां कक्षा 5 और 6 की छात्राएं हैं.

अधिकारी ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग का एक दल भी इस मामले की जांच करने के लिए बृहस्पतिवार को स्कूल पहुंचा. प्राथमिक और माध्यमिक दोनों स्कूल गांव के एक परिसर में संचालित होते हैं.

यह घटना मंगलवार (20 सितंबर) को हुई, जब स्कूल के प्राचार्य एक आधिकारिक बैठक में शामिल होने के लिए गुना गए हुए थे.

शिक्षा विभाग के उपनिदेशक चंद्र शेखर सिसोदिया ने कहा, ‘हमने मामले को गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच कर रहे हैं. दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, गुना जिला कलेक्टर ने कहा मामले की जांच की जा रही है. छात्राओं के प्रति इस प्रकार के आचरण की अनुमति नहीं दी जाएगी.

छात्रों के परिवारवालों ने दावा किया कि स्कूल प्रशासन पहले भी कई बार छात्रों को बाथरूम साफ करने के लिए मजबूर कर चुका है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल में कोई चपरासी नहीं है, जिससे स्कूल का बाथरूम गंदा रहता है.

हालांकि गुना जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) सोनम जैन ने कहा कि जांच के दौरान लड़कियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने शौचालय की सफाई नहीं की, बल्कि शौचालय के इस्तेमाल के बाद हैंडपंप से पानी लेकर शौचालय में डाला था, क्योंकि बारिश के कारण वहां मिट्टी लग गई थी और टाइल्स पर किसी को फिसलने से बचने के लिए उन्होंने स्वत: ही वहां पानी डाला था.

जैन ने कहा कि उन्होंने संबंधित लड़कियों के साथ-साथ कर्मचारियों और उनके माता-पिता का बयान लिए. उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें शौचालय साफ करने के लिए मजबूर किया गया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)