यूपीः शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत, ऑटोप्सी रिपोर्ट में आंतरिक रक्तस्राव का पता चला

बीते सात अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा के एक स्कूल में परीक्षा में फेल होने पर शिक्षक ने 12 वर्षीय छात्र की कथित रूप से पिटाई की थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. बीते 11 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया था.

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(प्रतीकात्मक फोटो: विकिमीडिया कॉमन्स)

बीते सात अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा के एक स्कूल में परीक्षा में फेल होने पर शिक्षक ने 12 वर्षीय छात्र की कथित रूप से पिटाई की थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. बीते 11 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: विकिमीडिया कॉमन्स)

नोएडा: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के एक स्कूल में परीक्षा में फेल होने पर कथित तौर पर पीटने वाले 12 वर्षीय छात्र की मौत मामले में गौतम बौद्ध नगर पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक शिक्षक के फरार होने के बाद चार टीमों को रवाना किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बीते 11 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया था. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर-इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है. शिक्षक की गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) से मृत छात्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी मिल चुकी है.

सेंट्रल नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने कहा, ‘रिपोर्ट के अनुसार, मस्तिष्क में आंतरिक रक्तस्राव के कारण बच्चे की मृत्यु हो गई, हालांकि कोई एंटीमॉर्टम चोट नहीं है, जो सीधे इसका कारण बनती है.’

सिंह ने कहा, ‘शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि जब छात्र (पिछले शुक्रवार/7 अक्टूबर) स्कूल गया था, तब स्वस्थ था और उसकी पिटाई के बाद यह हुआ था. इसलिए यह संभव है कि पिटाई के तनाव के कारण ऐसा हुआ हो.’

मृतक छात्र प्रिंस और शिक्षक दोनों बंबावर गांव के रहने वाले हैं. प्रिंस के परिवार ने आरोप लगाया था कि जब वह स्कूल से उन्हें मिला था तो वह बमुश्किल होश में थे.

प्रिंस के चचेरे भाई मनोज ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल में उसे भर्ती कराने से पहले परिवार को दर-दर भटकना पड़ा.

मनोज ने कहा, ‘दादरी के नवीन अस्पताल के डॉक्टरों ने सीटी स्कैन लिया और शाम करीब 4 बजे उसे एक बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया. एक बिस्तर वाला अस्पताल मिलने तक हम सफदरजंग, राम मनोहर लोहिया और जीबी पंत अस्पतालों में गए थे.’

स्कैन रिपोर्ट के अनुसार, प्रिंस को सेरेब्रल एडिमा (मस्तिष्क के भीतर तरल पदार्थ का निर्माण जो सूजन का कारण बन सकता है) के साथ मस्तिष्क के अंदर रक्तस्राव का सामना करना पड़ा था.