जम्मू-कश्मीर: ग्रेनेड हमले में यूपी के दो मज़दूरों की मौत, लश्कर का आतंकी गिरफ़्तार

जम्मू कश्मीर के शोपियां ज़िले में हुए ग्रेनेड हमले में उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले दो मज़दूरों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान मनीष कुमार और राम सागर के रूप में हुई है. बीते 15 अक्टूबर को शोपियां में ही कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट्ट की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

जम्मू कश्मीर के शोपियां ज़िले में हुए ग्रेनेड हमले में उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले दो मज़दूरों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान मनीष कुमार और राम सागर के रूप में हुई है. बीते 15 अक्टूबर को शोपियां में ही कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट्ट की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार तड़के आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले में दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि हमले के बाद इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया. इस दौरान प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक स्थानीय ‘हाइब्रिड’ आंतकवादी को गिरफ्तार किया गया.

दरअसल, ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी वे लोग होते हैं, जो इस तरह के आत्मघाती हमले करने के बाद अक्सर सामान्य जीवन में वापस लौट जाते हैं.

कश्मीर जोन पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘आतंकवादियों ने शोपियां के हरमन इलाके में एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले दो मजदूर मनीष कुमार और राम सागर घायल हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.’

 

उन्होंने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाश की जा रही है.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी कश्मीर) विजय कुमार ने एक ट्वीट में कहा, ‘लश्कर का एक ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी, जिसने ग्रेनेड फेंका था, उसे तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया.’

उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आतंकवादी की पहचान हरमन के इमरान बशीर गनी के रूप में हुई है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मामले के संबंध में आगे की जांच और तलाशी जारी है.

मालूम हो कि जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों द्वारा एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या करने के दो दिनों बाद यह घटना हुई है. बीते 15 अक्टूबर को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में पूरण कृष्ण भट्ट की उनके पैतृक आवास के बाहर आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

पीपीडी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘यह जानकर दुख हुआ कि हमले में दो मजदूरों की मौत हो गई. जम्मू कश्मीर में रहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए सुरक्षा और सम्मान की कोई भावना नहीं है. इन मुद्दों का समाधान तभी होगा, जब भारत सरकार यह स्वीकार करेगी कि वे मौजूद हैं.’

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व उप-मुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा, ‘गैर स्थानीय मजदूरों – मनीष कुमार और राम सागर की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण और गलत है. मुझे यह भी लगता है कि ये भी कश्मीर में बैठे नेताओं द्वारा दिए गए बयानों के कारण किया जाता है. उन्हें इस तरह के बयान देना और पाकिस्तान की वकालत करना बंद कर देना चाहिए.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)