महाराष्ट्र में पुणे शहर के वाघोली इलाके में एक हाउसिंग सोसाइटी की जल निकासी चैंबर एवं सेप्टिक टैंक में काम करने के दौरान तीन मज़दूरों की मौत हो गई. वहीं, तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बदूर स्थित एक रिज़ॉर्ट का सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई.
पुणे/चेन्नई: महाराष्ट्र के पुणे शहर के वाघोली इलाके में शुक्रवार सुबह एक जल निकासी चैंबर एवं सेप्टिक टैंक में काम करने के दौरान तीन मजदूरों की मौत हो गई. संदेह है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
वहीं, शुक्रवार को तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बदूर स्थित एक रिजार्ट का सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई.
पुलिस ने कहा कि पुणे की घटना एक हाउसिंग सोसाइटी में हुई.
पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘श्रमिक 18 फुट गहरे जल निकासी चैंबर व सेप्टिक टैंक में काम कर रहे थे. ऐसा लगता है कि उनका दम घुट गया और वे अंदर फंस गए. हमें सुबह लगभग सात बजे इसकी सूचना दी गई और घटनास्थल पर पहुंचने के बाद हमने दो श्रमिकों के शवों को निकाला.’
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘मौके पर पहुंचने के बाद हमने दो श्रमिकों के शव निकाले. हमें बताया गया कि एक और व्यक्ति लापता है. उसका शव बाद में मिला.’
उन्होंने कहा कि तीन लोगों का स्पष्ट रूप से अंदर दम घुटने से मौत हुई है. काम पर रखने वाले ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है.
लोनीकंद पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि संयंत्र के रखरखाव का ठेका देने वाले व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बीते मार्च महीने में शहर के लोनी कालभोर इलाके में एक सेप्टिक टैंक के अंदर तीन श्रमिकों और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई थी.
तमिलनाडु में रिजॉर्ट का सेप्टिक टैंक साफ करते समय दम घुटने से तीन लोगों की मौत
इधर, शुक्रवार को तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बदूर स्थित एक रिजार्ट का सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि जब तीनों सेप्टिक टैंक में उतरे तो जहरीली गैस के संपर्क में आ गए और बेहोश हो गए. उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर दमकल और बचाव सेवा के कर्मी मौके पर पहुंचे और सेप्टिक टैंक से शवों को बाहर निकाला.
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान रंगनाथन (51 वर्ष), नवीन कुमार (30 वर्ष) और तिरुमलाई (18 वर्ष) के तौर पर की गई है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, तीनों सफाईकर्मी कांचीपुरम जिले के काचीपेडु गांव के रहने वाले थे और सभी अनुसूचित जाति समुदाय से थे.
पुलिस ने बताया कि श्रीपेरुम्बदूर पुलिस ने सेप्टिक टैंक की सफाई कराने में संलग्न रिजॉर्ट के प्रबंधक और ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस ने कहा कि रिसॉर्ट प्रबंधक मुरली और ठेकेदार रजनी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया, जबकि रिसॉर्ट मालिक सत्यमूर्ति फरार है. उन्होंने बताया कि मामले की आगे की जांच चल रही है.
पुलिस ने बताया कि रंगनाथन के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं और नवीन कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और एक बच्चा है. तिरुमलाई की तीन हफ्ते पहले शादी हुई थी.
घटना का पता चलने के बाद काचीपेडु के पीड़ितों और ग्रामीणों के परिजन रिजॉर्ट के बाहर जमा हो गए और प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया.
श्रीपेरंबदूर पुलिस ने आईपीसी की धारा 336 और 304 (ए) (लापरवाही के कारण मौत) और मैनुअल स्कैवेंजर के रूप में रोजगार का निषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम, 2013 के तहत मामला दर्ज किया है. इसके अलावा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)