राजस्थान: भीलवाड़ा हत्या मामले में दो आरोपी गिरफ़्तार, 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद

राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में बीते 24 नवंबर को पुरानी रंज़िश को लेकर अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी में 34 वर्षीय इब्राहिम पठान की मौत हो गई थी, जबकि उनके 22 वर्षीय भाई क़मरुद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

(फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स)

राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में बीते 24 नवंबर को पुरानी रंज़िश को लेकर अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी में 34 वर्षीय इब्राहिम पठान की मौत हो गई थी, जबकि उनके 22 वर्षीय भाई क़मरुद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

(फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स)

जयपुर: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक मुस्लिम युवक की हत्या के मामले में दोनों मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया गया है, जबकि शहर में हालात शांतिपूर्ण है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि बृहस्पतिवार (24 नवंबर) को हुए हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपी हिरासत में लिए गए हैं और शहर में स्थिति शांतिपूर्ण है.

एक बयान के अनुसार, पुलिस महानिरीक्षक रूपिंदर सिंह व अन्य आला अधिकारी हालात पर कड़ी नजर रखे हुए हैं.

उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा शहर में बृहस्पतिवार को पुरानी रंजिश को लेकर अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी में 34 वर्षीय इब्राहिम पठान की मौत हो गई थी, जबकि उनके 22 वर्षीय भाई कमरुद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घायल को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया गया है.

घटना के बाद शहर में पैदा हुए तनाव को देखते हुए प्रशासन ने 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दोनों को एक स्थानीय व्यवसायी के 20 वर्षीय बेटे आदर्श तपाड़िया की हत्या का बदला लेने के लिए गोली मारी गई, जिसकी छह महीने पहले पैसों के लेन-देन को लेकर कुछ विवाद के कारण चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी.

अधिकारियों ने कहा कि शहर के महात्मा गांधी चौराहा, बदला चौराहा, भीमगंज और सीटी कोतवाली सहित कई स्थानों पर भीड़ के एकत्रित होने के मद्देनजर एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक एसपी आदर्श सिद्धू ने कहा कि इब्राहिम की हत्या के दो मुख्य संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है.

पुलिस ने बताया कि पीड़ितों के परिवार के सदस्यों और उनके समर्थकों ने उस अस्पताल में तोड़फोड़ की थी, जहां इलाज के दौरान इब्राहिम पठान ने दम तोड़ दिया था.

मई में तपड़िया की हत्या के बाद पुलिस ने तीन नाबालिगों और आधा दर्जन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था, इसके बावजूद भीलवाड़ा सांप्रदायिक हिंसा के साये में घिर गया था. हिंदू संगठनों की अपील पर शहर को तब बंद कर दिया गया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)