उत्तराखंड: उत्तरकाशी में मंदिर में प्रवेश करने पर दलित युवक को जलती लकड़ी से रातभर पीटा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के मोरी क्षेत्र में घटना. शिकायत के अनुसार, रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में प्रवेश करने की वजह से 22 वर्षीय युवक के साथ मारपीट की, उन्हें बांध दिया और जलती लकड़ियों से उनकी पिटाई की. पुलिस ने इस संबंध में पांच ग्रामीणों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के मोरी क्षेत्र में घटना. शिकायत के अनुसार, रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में प्रवेश करने की वजह से 22 वर्षीय युवक के साथ मारपीट की, उन्हें बांध दिया और जलती लकड़ियों से उनकी पिटाई की. पुलिस ने इस संबंध में पांच ग्रामीणों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव में एक दलित युवक जब पूजा करने के लिए मंदिर में दाखिल हुआ तो लोगों के एक समूह ने जलती लकड़ियों से उस पर कथित तौर पर हमला किया. पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि घटना नौ जनवरी की है, जब बैनोल गांव निवासी 22 वर्षीय आयुष मंदिर गए थे. पीड़ित द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में उनके साथ मारपीट की, उन्हें बांध दिया और जलती लकड़ियों से उनकी पिटाई की.

अधिकारियों ने कहा कि आयुष को 10 जनवरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए उच्चतर स्वास्थ्य केंद्र स्थानांतरित कर दिया गया. आयुष ने अपनी शिकायत में कहा है कि हमलावर इसलिए नाराज थे कि दलित होने के बावजूद उन्होंने मंदिर में प्रवेश किया.

उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अर्पण यदुवंशी ने बताया कि आयुष की शिकायत के आधार पर घटना के संबंध में पांच ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने बताया कि क्षेत्राधिकारी (ऑपरेशन) प्रशांत कुमार को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, आरोपियों की पहचान- आशीष, ईश्वर सिंह, भाग्य सिंह, जयवीर सिंह और चैन सिंह के रूप में हुई है. उन्होंने 9 जनवरी को हमला करने से पहले कथित तौर पर आयुष से कहा था कि उन्हें मंदिर में प्रवेश करने का अधिकार नहीं है.

उनके खिलाफ बुधवार (11 जनवरी) को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और दंगा करने, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने और 506 (आपराधिक धमकी) से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

एसपी यदुवंशी ने बताया कि वे आरोपी की तलाश कर रहे हैं, जो फरार हैं. वह (आयुष) अब ठीक हैं. उनके परिजन उन्हें इलाज के लिए देहरादून ले गए हैं.

एफआईआर के अनुसार, उनके पिता ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी कथित तौर पर शराब के नशे में थे, मंदिर में घुसने का दुस्साहस करने पर उनकी पिटाई करते रहे. आयुष मारपीट के बाद गंभीर रूप से झुलसकर बेहोश हो गए थे. अगली सुबह जब वह घर पहुंचे तो तो बिना कपड़ों के थे.

द हिंदू के मुताबिक, इसी बीच, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने गुरुवार को उत्तराखंड में स्थानीय समाचार रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है.

आयोग ने जिला मजिस्ट्रेट और उत्तरकाशी के जिला पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया, जिसमें कहा कि स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि जिले में एक मंदिर परिसर में प्रवेश करने के लिए पूरी रात लकड़ी के जलते हुए टुकड़े से एक युवक को पीटा गया था.

आयोग ने अधिकारियों से नोटिस की प्रति प्राप्त होने के तीन दिनों के भीतर घटना पर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट देने के लिए कहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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