जुलाई 2019 में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए जेपी नड्डा का तीन साल का कार्यकाल आगामी 20 जनवरी को समाप्त होना था. पार्टी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष को लगातार तीन साल के लिए दो कार्यकाल दिए जाने का प्रावधान है.
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा अगले लोकसभा चुनाव तक केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मंगलवार को सर्वसम्मति से उनके कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी.
राजधानी स्थित नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कन्वेंशन सेंटर में भाजपा की दो दिवसीय कार्यकारिणी बैठक के आखिरी दिन संवाददाताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नड्डा के कार्यकाल को विस्तार दिए जाने की घोषणा की.
उन्होंने बताया कि कार्यकारिणी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नड्डा के कार्यकाल को विस्तार दिए जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. राजनाथ और शाह पूर्व में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
शाह ने कहा, ‘कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से राजनाथ सिंह के प्रस्ताव को स्वीकार किया कि जून 2024 तक भाजपा के अध्यक्ष के रूप में नड्डा जी के कार्यकाल को विस्तार दिया जाए.’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण भाजपा का सदस्यता अभियान समय पर नहीं हो पाया और जब तक बूथ से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव नहीं हो जाते, तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनना संवैधानिक रूप से संभव ही नहीं था. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई मौकों पर अलग-अलग कारणों से राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल को विस्तार दिया गया है और इसी परंपरा का अनुसरण करते हुए जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाया गया है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा द्वारा आंतरिक लोकतंत्र की कमी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निरंतर निशाना साधा जाता रहा है लेकिन तथ्य यह भी है कि जेपी नड्डा भी बिना किसी चुनाव के अध्यक्ष बनाए गए थे.
कार्यकाल विस्तार के फैसले के कुछ देर बाद नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का आभार जताया.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘हम सभी को मिलकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दो-तिहाई से अधिक बहुमत से लोकसभा के चुनाव में भाजपा की सरकार बनानी है. ग़रीब कल्याण हमारा संकल्प है. जय हिंद, जय भाजपा.’
नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में कहा कि यह जिम्मेदारी उनके लिए सम्मान का विषय है और वह स्वयं से की गई अपेक्षाओं के प्रति सचेत हैं.
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि उनके जैसे सामान्य कार्यकर्ता को जिस विश्वास के साथ आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी के वर्ष में इतनी बड़ी व महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है, उसे निभाने के लिए उन्हें उनके प्रेम, आशीर्वाद और अटूट प्रतिबद्धता की आवश्यकता है.
इससे पहले, संवाददाताओं से बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और जेपी नड्डा की अध्यक्षता में भाजपा 2024 के चुनाव में 2019 से भी बड़े जनादेश के साथ जीत दर्ज करेगी.
उन्होंने कहा, ‘और मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनकर इस देश का नेतृत्व करेंगे, इसका हम सबको भरोसा है.’
इस प्रस्ताव को पेश किए जाने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह सहित पार्टी के करीब 350 वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इनमें पार्टी शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री व पांच उपमुख्यमंत्री तथा 35 केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं.
नड्डा का तीन साल का कार्यकाल इसी साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा था. इसके पहले, वह जुलाई 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे. उसके बाद, 20 जनवरी 2020 को उन्होंने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाली थी.
भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष को लगातार तीन साल के लिए दो कार्यकाल दिए जाने का प्रावधान है.
शाह ने कहा कि देश के सभी राजनीतिक दलों में शायद सबसे ज्यादा लोकतांत्रिक तरीके से संचालित होने वाला दल अगर कोई है, तो वह भारतीय जनता पार्टी है.
उन्होंने कहा, ‘जनसंघ की स्थापना से लेकर आज तक भारतीय जनता पार्टी में हमेशा बूथ से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव समय-समय पर संविधान के अनुकूल होते रहे हैं.’
मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले नड्डा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में दो दिसंबर 1960 को हुआ था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)