मध्य प्रदेश: सालों से बंद पड़ी कोयला खदान में गए चार युवकों की मौत

शहडोल ज़िले का मामला. पुलिस के अनुसार, वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत कोयला खदान में चार युवक चोरी की नीयत से घुसे थे, जहां कथित रूप से किसी ज़हरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pacific Northwest National Laboratory)

शहडोल ज़िले का मामला. पुलिस के अनुसार, धनपुरी थानाक्षेत्र में वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत कोयला खदान में चार युवक चोरी की नीयत से घुसे थे, जहां कथित रूप से किसी ज़हरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pacific Northwest National Laboratory)

शहडोल: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत कोयला खदान में गए चार युवकों की कथित रूप से किसी जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि यह घटना शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर दूर धनपुरी पुलिस थाना इलाके में बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 10 से 11 बजे के बीच हुई और उनके शवों को शुक्रवार सुबह करीब साढ़े चार बजे वहां से बाहर निकाला गया.

यह भूमिगत कोयले की खदान कई वर्षों से बंद थी और इसके अंदर जाने के लिए जो सुरंग बनाई गई थी, उसका मुंह पत्थरों, ईंटों, सीमेंट एवं मिट्टी से बंद कर दिया गया था तथा कोयले की खुदाई में इस्तेमाल होने वाले लोहे का सामान एवं अन्य कबाड़ वहीं अंदर पड़े थे.

बताया जा रहा है कि इसी सामान को चुराने की नीयत से ये चारों युवक इस खदान में सुरंग का बंद किया गया मुंह खोल कर अंदर घुसे थे, जबकि उनका एक अन्य साथी सुरंग के बाहर ही खड़ा था. जब ये चारों सुरंग के अंदर से काफी देर तक बाहर नहीं आए, तो बाहर खड़े इस युवक ने अंदर झांक कर देखा तो वे चारों वहां मृत अवस्था में पड़े हुए थे. इसके बाद उसने अपने परिजन एवं पुलिस को बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे इसकी सूचना दी. इसके बाद पुलिस बल एवं कोयला खदान बचाव दल मौके पर पहुंचा तथा इन युवकों के शवों को वहां से बाहर निकाला.

शहडोल जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने शुक्रवार को बताया, ‘धनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत खदान में कल रात धनपुरी थाना क्षेत्र के कुछ युवक खदान में सुरंग बनाकर चोरी करने की नीयत से अंदर घुसे और एक युवक बाहर ही खड़ा था. भूमिगत खदान के अंदर गए युवक जब काफी देर तक वापस नहीं आए तो बाहर खड़े युवक ने अंदर देखा तो युवक मृत अवस्था में पड़े हुए थे.’

उन्होंने कहा कि इसके बाद यह युवक मौके से भाग गया और फिर उसने परिजनों और पुलिस को सूचना दी.

प्रतीक ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस बल और कोयला खदान का बचाव दल मौके पर पहुंचा तथा चार घंटे की मशक्कत के बाद इन युवकों को बाहर निकाला जा सका. इन्हें तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया लेकिन इनकी मौत हो चुकी थी.

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से ऐसा माना जा रहा है कि बंद कोयला खदान में किसी जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से इन युवकों की मौत हुई है.

प्रतीक ने बताया कि मृतकों की पहचान राज महतो (20), हजारी कोल (30), राहुल कोल (23) एवं कपिल विश्वकर्मा (21) के रूप में की गई है. ये चारों धनपुरी के रहने वाले थे.

उन्होंने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है. प्रतीक ने बताया कि चारों शवों का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मीथेन गैस के कारण उनकी मौत हुई है. खदान 2018 से बंद थी लेकिन स्टील, रेलिंग आदि सहित मशीनें और अन्य सेट वहां मौजूद थे.’

जिस व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया था, उसने कहा कि वे खदानों से कोयला और कबाड़ चुराते थे.

वहीं, जिला प्रशासन ने भी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) को ऐसी बंद खदानों पर खतरे और सावधानी का बोर्ड लगाने को कहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)