दिल्ली: कबड्डी खिलाड़ी से बलात्कार और ब्लैकमेल के आरोप में कोच के ख़िलाफ़ केस दर्ज

27 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी ने अपनी शिकायत में कहा है कि वर्ष 2012 में वह दिल्ली में कबड्डी की तैयारी कर रही थीं. वर्ष 2015 में उनके कोच ने बिना सहमति उनके साथ यौन संबंध बनाए. महिला खिलाड़ी ने बताया कि वर्ष 2018 में आरोपी ने उनसे पुरस्कार राशि में से हिस्सा मांगा और इसके बाद उन्होंने कोच के बैंक एकाउंट में 43.5 लाख रुपये हस्तांतरित किए. कोच की पहचान जोगिंदर के रूप में हुई है.

(इलस्ट्रेशन: परिप्लब चक्रवर्ती/द वायर)

27 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी ने अपनी शिकायत में कहा है कि वर्ष 2012 में वह दिल्ली में कबड्डी की तैयारी कर रही थीं. वर्ष 2015 में उनके कोच ने बिना सहमति उनके साथ यौन संबंध बनाए. महिला खिलाड़ी ने बताया कि वर्ष 2018 में आरोपी ने उनसे पुरस्कार राशि में से हिस्सा मांगा और इसके बाद उन्होंने कोच के बैंक एकाउंट में 43.5 लाख रुपये हस्तांतरित किए. कोच की पहचान जोगिंदर के रूप में हुई है.

(इलस्ट्रेशन: परिप्लब चक्रवर्ती/द वायर)

नई दिल्ली: भारत का अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व करने वाली 27 वर्षीय एक कबड्डी खिलाड़ी ने अपने कोच पर बलात्कार करने और कथित अश्लील तस्वीरों को सोशल मीडिया पर लीक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि महिला खिलाड़ी ने पिछले सप्ताह द्वारका के बाबा हरिदास नगर थाने में कोच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और सोमवार को जांच में शामिल हुईं.

पुलिस ने बताया कि खिलाड़ी का भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-164 के तहत अदालत के समक्ष बयान दर्ज किया गया है.

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘महिला खिलाड़ी ने अपनी शिकायत में कहा कि वर्ष 2012 में वह दिल्ली के मुंडका के नजदीक हिरणकुदना में कबड्डी की तैयारी कर रही थीं. वर्ष 2015 में उनके कोच ने बिना सहमति उनके साथ यौन संबंध बनाए.’

उन्होंने शिकायत के हवाले से बताया कि खिलाड़ी ने कोच पर आपराधिक धमकी देने का भी आरोप लगाया है.

अधिकारी ने कहा, ‘महिला खिलाड़ी ने बताया कि वर्ष 2018 में आरोपी ने पुरस्कार राशि में से हिस्सा मांगा और इसके बाद उन्होंने कोच के बैंक खाते में 43.5 लाख रुपये हस्तांतरित किए. कोच की पहचान जोगिंदर के रूप में हुई है.’

उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2021 में शिकायतकर्ता का विवाह हुआ, जिसके बाद आरोपी ने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और निजी तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी देने लगा.’

पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्षवर्धन ने बताया कि मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

उन्होंने कहा, ‘सोमवार को वह (खिलाड़ी) जांच में शामिल हुईं और सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज किया गया. हमने फरार कोच को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया है.’

मालूम हो कि यह घटना देश के कुछ शीर्ष पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के खिलाफ यौन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के कुछ सप्ताह बाद सामने आई है. विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित कुछ प्रमुख पहलवानों ने महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना भी दिया था.

विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बीते 18 जनवरी को आरोप लगाया था कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भाजपा नेता बृज भूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कुश्ती महासंघ के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं. उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें ‘खोटा सिक्का’ कहने का भी आरोप लगाया था.

विनेश ने दावा किया था कि उन्हें कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों की ओर आकर्षित करने की हिम्मत दिखाई थी.

इसके बाद सरकार ने आरोपों की जांच के लिए एक निगरानी समिति गठित करने का फैसला करने के साथ बृज भूषण शरण सिंह को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों से अलग करने का आश्वासन देने के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म किया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)