भंसाली की फिल्म पद्मावती पर बैन से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में सुनवाई कर रही संवैधानिक पीठ ने कहा कि सेंसर बोर्ड के पास रिलीज़ की अनुमति देने के लिए पर्याप्त दिशा-निर्देश हैं.

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चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में सुनवाई कर रही संवैधानिक पीठ ने कहा कि सेंसर बोर्ड के पास रिलीज़ की अनुमति देने के लिए पर्याप्त दिशा-निर्देश हैं.

Padmawati-FacebookFinal
फोटो: facebook

सुप्रीम कोर्ट ने बॉलीवुड फिल्म पद्मावती की रिलीज पर रोक लगाने संबंधी याचिका को शुक्रवार को अस्वीकार करते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड किसी भी फिल्म को प्रमाणपत्र देने से पहले सभी पहलुओं पर गौर करता है.

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि रिलीज से पहले फिल्म को प्रमाणपत्र देने के संबंध में सेंसर बोर्ड के पास अनुपालन के लिय पर्याप्त दिशा-निर्देश हैं.

पीठ सिद्धराज सिंह एम. चूडासामा और 11 अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. याचिका में प्रतिष्ठित इतिहासकारों की एक समिति बनाने का अनुरोध किया गया था, जो फिल्म में रानी पद्मावती के फिल्मांकन में किसी गलती को रोकने के लिए पटकथा की जांच करे.

याचिका में यह भी अनुरोध किया गया था कि निर्माता और निर्देशक द्वारा फिल्म से इतिहास संबंधी कथित गड़बड़ियां दूर होने तक इसकी रिलीज प्रतिबंधित कर दी जाए.

ज्ञात हो कि रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर को लेकर संजय ने पद्मावती फिल्म बनाई है. फिल्म में रणवीर अलाउद्दीन खिलजी और दीपिका चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मावती का किरदार निभा रही हैं.

राजपूत करणी सेना और तमाम हिंदूवादी के साथ कुछ राजपूत समुदाय ने फिल्म पर आरोप लगाया है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है. फिल्म में खिलजी और पद्मावती के बीच संबंध दिखाया गया है.

हालांकि फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि फिल्म में ऐसा कोई दृश्य नहीं है.

फिल्म पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी नाराजगी जताई है. भाजपा की राजस्थान में विधायक दिया कुमारी ने भी कहा कि अगर फिल्म का प्री-स्क्रीनिंग नहीं होती, तो लोग हिंसक भी हो सकते हैं.

इससे पहले गुजरात भाजपा के सदस्यों ने फिल्म की रिलीज़ आगे बढवाने की मांग भी की थी. वहीं उज्जैन से भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर पद्मावती फिल्म का बहिष्कार करने को कहा है.

एनडीटीवी के अनुसार फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा, ‘संजय लीला भंसाली पर राजद्रोह का मामला चलना चाहिए, वरना भविष्य में भी ऐसी फिल्म बनाकर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करेंगे.’

ज्ञात हो कि फरवरी में फिल्म की शूटिंग के दौरान राजस्थान की राजपूत करणी सेना ने भी पद्मावती के सेट पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की थी. उस वक़्त करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली को थप्पड़ भी मारा था. इसके बाद मार्च महीने में कोल्हापुर में लगे फिल्म के सेट को अज्ञात लोगों द्वारा आग लगा दी गई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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