उत्तर प्रदेश: भाजपा सांसद पर पुलिसकर्मियों से मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप, 52 लोगों पर केस

उत्तर प्रदेश के कन्नौज शहर की मंडी समिति पुलिस चौकी का मामला. भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 52 लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस टीम पर हमला, वर्दी फाड़ने और गाली-गलौज के आरोप में केस दर्ज किया गया है. सांसद पर एक एसआई को आग लगा देने की धमकी देने का भी आरोप है.

भाजपा सांसद सुब्रत पाठक. (फोटो साभार: फेसबुक/Subrat Pathak)

उत्तर प्रदेश के कन्नौज शहर की मंडी समिति पुलिस चौकी का मामला. भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 52 लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस टीम पर हमला, वर्दी फाड़ने और गाली-गलौज के आरोप में केस दर्ज किया गया है. सांसद पर एक एसआई को आग लगा देने की धमकी देने का भी आरोप है.

भाजपा सांसद सुब्रत पाठक. (फोटो साभार: फेसबुक/Subrat Pathak)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कन्नौज शहर के एक थाने में समर्थकों के साथ पहुंचे भाजपा सांसद द्वारा पुलिसकर्मियों को पीटने का मामला सामने आया है. घटना कन्नौज की मंडी समिति पुलिस चौकी में हुई.

अधिकारियों ने शनिवार को बताया है कि मामले में कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और अन्य पर शुक्रवार (2 जून) रात अपहरण के एक मामले में कन्नौज के चार या पांच निवासियों को गिरफ्तार करने में उन्नाव पुलिस की मदद करने वाली पुलिस टीम पर कथित रूप से हमला करने और गाली-गलौज करने का आरोप है.

अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाठक और अन्य लोगों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी थी.

इस घटना में तीन पुलिस सब-इंस्पेक्टरों सहित सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि घायलों में मंडी समिति और सरायमीरा पुलिस चौकी के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) हाकिम सिंह और तरुण सिंह भी शामिल हैं.

घायल एसआई हाकिम सिंह की शिकायत पर भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

एफआईआर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), 332 (स्वेच्छा से लोकसेवक को उसकी ड्यूटी से रोकने के लिए चोट पहुंचाना), 353 (किसी लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 506 (आपराधिक धमकी), 427 (शरारत से 50 रुपये की राशि को नुकसान पहुंचाना) और 225 (किसी अन्य व्यक्ति की कानूनी गिरफ्तारी का प्रतिरोध या बाधा) के तहत दर्ज की गई है.

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम भी लागू किया है.

हाकिम सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि शुक्रवार शाम को उन्हें उन्नाव पुलिस की एक टीम की मदद करने के लिए कहा गया था, जो कि अपहरण के एक मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी.

हाकिम एक कॉन्स्टेबल के साथ मौके पर गए और उन्नाव पुलिस टीम से मिले. इस बीच एक अन्य सिपाही के साथ एसआई तरुण सिंह भी वहां पहुंच गए.

इसके बाद उन्नाव पुलिस चार या पांच लोगों को पकड़कर पूछताछ के लिए मंडी समती पुलिस चौकी ले आई.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इस बीच एक (आरोपी) अवनीश पुलिस चौकी पर पहुंचा और पुलिसकर्मियों से पूछताछ की कि वे उन लोगों को किसके निर्देश पर वहां लाए थे. उन्होंने यह भी मांग की कि उन्हें तुरंत रिहा किया जाए.

पुलिस चौकी में आग लगाने की धमकी देने का आरोप

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद अवनीश किसी से फोन पर बातचीत करते हुए चला गया. थोड़ी देर बाद जब उन्नाव पुलिस सभी आरोपियों को लेकर जाने लगी तो अवनीश, पुष्पेंद्र प्रजापति, नयन मिश्रा, विजय पांडे, सूरज राजपूत दोबारा आए और उन्नाव पुलिस टीम के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की कर आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया.

हाकिम सिंह ने कहा, ‘मैंने और टीम के अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकना चाहा तो सभी युवक हम लोगों के साथ भी धक्का-मुक्की करने लगे. इसी बीच किसी तरह उन्नाव की टीम को रवाना किया गया. उसके बाद अवनीश ने भाजपा सांसद सुब्रत पाठक को फोन किया और बताया कि चौकी प्रभारी मंडी समिति और चौकी प्रभारी सरायमीरा तरुण ने गलत तरीके से हमारे लड़कों को पकड़वा दिया है, आप आइए नहीं तो हम लोग चौकी में आग लगा देंगे.’

उनके अनुसार, इस पर उधर से सांसद ने कहा कि 15 मिनट के अंदर दबिश टीम को वापस बुला लो नहीं तो तुझे आग लगा दूंगा. इसके 15 मिनट बाद ही सांसद मौके पर पहुंच गए, उनके साथ उनका सुरक्षाकर्मी सचेत पांडेय भी था.

हाकिम कहते हैं, गाड़ी से उतरते ही सांसद ने पूछा कि मंडी समिति का चौकी इंचार्ज कौन है. इस पर भाजपा कार्यकर्ता अवनीश ने मेरी तरफ इशारा किया तो सांसद ने आकर मेरी वर्दी की कॉलर पकड़ ली और धक्का-मुक्की करने लगे.

उनके मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने मुझे बचाने का प्रयास किया तो अवनीश और 40 से 42 अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया. पुलिस टीम के साथ मारपीट कर वर्दी फाड़ दी गई. इस बीच कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची तो सांसद और उनके समर्थक चौकी से भाग गए.

रिपोर्ट के अनुसार, एफआईआर में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक, सचेत पांडेय, पुष्पेंद्र प्रजापति, विजय पांडेय, वासु मिश्रा, नयन मिश्रा, अवनीश, मोहित कठेरिया, जितेंद्र शुक्ला और सूरज राजपूत को नामजद किया गया है, जबकि 42 अज्ञात लोग शामिल हैं.

भाजपा सांसद ने पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया

वहीं भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने एसआई हाकिम सिंह और तरुण सिंह भदौरिया पर कार्यकर्ताओं की पिटाई करने, छेड़छाड़ और महिला कार्यकर्ता के कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात 11 बजे इस घटना की जानकारी मिली तो मंडी समिति चौकी पहुंचा. एडिशनल एसपी से बातचीत कर भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस के चंगुल से छुड़ाया और वापस लौट आया.

सांसद ने कहा कि पुलिस के साथ किसी प्रकार की कोई मारपीट नहीं की गई, बल्कि उल्टा पुलिस ने उनके ही कार्यकर्ता समुद्र श्रीवास्तव और भाजपा नगर महामंत्री शिवेंद्र गुआल को जातिसूचक गालियां देते हुए पिटाई की थी. जिस कारण उन सभी को चोटें भी आईं.

उन्होंने कहा कि इस मामले में शिवेंद्र गुआल ने तहरीर दी है, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और उल्टा हम सब भाजपाइयों पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया.

शनिवार को एक ट्वीट में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘पुलिसवालों ने की कन्नौज के भाजपा सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ़्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोज़र के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए.’