भोपाल गैस पीड़ितों के संगठन उपचुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ करेंगे प्रचार

पीड़ित संगठनों का कहना है कि हमारी कोशिश होगी कि हम मुआवज़े के मुद्दे पर छह लाख गैस पीड़ितों से पिछले तमाम सालों में किए गए झूठे वादों की हक़ीक़त मतदाताओं तक पहुंचाएं.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

पीड़ित संगठनों का कहना है कि हमारी कोशिश होगी कि हम मुआवज़े के मुद्दे पर छह लाख गैस पीड़ितों से पिछले तमाम सालों में किए गए झूठे वादों की हक़ीक़त मतदाताओं तक पहुंचाएं.

फाइल फोटो: पीटीआई
फाइल फोटो: पीटीआई

भोपाल: भोपाल में यूनियन कार्बाइड गैस हादसा पीड़ितों के तकरीबन पांच संगठनों ने इस माह राज्य की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार मुहिम छेड़ने की घोषणा की है.

पीड़ित संगठनों के नेताओं ने गुरुवार को संयुक्त रूप से आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा, ‘मुंगावली और कोलारस चुनाव क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत भोपाल गैस पीड़ितों के मुआवजे के मुद्दे पर भाजपा नेताओं द्वारा किए गए झूठे वादों की हकीकत बताई जाएगी.’

भोपाल गैस पीड़ित स्टेशनरी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष रशीदा बी. ने कहा, ‘भोपाल गैस पीड़ितों के लंबित मसले इस साल प्रांत में और अगले साल राष्ट्रीय स्तर पर चुनावी मुद्दा बनें, इसकी शुरुआत इन उपचुनावों से की जा रही है. दोनों सीटों पर भाजपा की हार सुनिश्चित करने में हम निर्णायक भूमिका निभाएंगे.’

भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा के बालकृष्ण नामदेव ने कहा, ‘इन उपचुनावों में भाजपा का पूरा प्रचार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाओं पर टिका है, हमारी कोशिश होगी कि हम मुआवजे के मुद्दे पर भोपाल के छह लाख गैस पीड़ितों से पिछले सात साल में किए गए झूठे वादों की हकीकत मतदाताओं तक पहुंचाएं.’

भोपाल गैस पीड़ित महिला-पुरुष संघर्ष मोर्चा के नवाब खान ने कहा कि हम सरकारी दस्तावेजों को सामने रखकर मुहिम चलाएंगे.

वहीं, भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन के सतीनाथ षड़ंगी ने कहा कि भोपाल के गैस पीड़ित संगठन किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ेंगे और प्रचार साधनों के लिए आम जनता से मदद लेंगे.

‘डाव कार्बाइड के खिलाफ बच्चे’ संगठन की सरिता मालवीय ने कहा, ‘कहते हैं झूठ बोले कौवा काटे, सो भोपाल के गैस पीड़ित अब कौवा बनकर मुंगावली और कोलारस और अन्य जगहों पर झूठे राजनेताओं को काटेंगे.’

गौरतलब है कि 33 साल पहले 2-3 दिसंबर की दरमियानी रात भोपाल में अमरीकी कंपनी यूनियन कार्बाइड के कारखाने से गैस रिसाव हुआ था. जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी और लाखों पीड़ित तब से ही विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे हैं.

हादसे के बाद सरकार ने पीड़ितों के लिए हालांकि मुआवजा तो जारी किया लेकिन वह पर्याप्त नहीं था. विभिन्न संगठन तीन दशक से पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उनकी मांग यह भी है कि यूका कारखाने में दशकों से पड़े रासायनिक कचरे का जल्द से जल्द निष्पादन किया जाए.

मुंगावली और कोलारस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 24 फरवरी को होने हैं और मतगणना 28 फरवरी को होगी.

मुंगावली सीट से कांग्रेस विधायक महेंद्र सिंह कालुखेड़ा और कोलारस सीट से विधायक राम सिंह यादव के निधन से इन दोनों सीटों पर उपचुनाव होने हैं.

गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा की शिवराज सिंह चौहान के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है. आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर लोग अपना आक्रोश ज़ाहिर कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश: ‘हम जनविरोधी भाजपा को वोट नहीं करेंगे’

तमाम संगठनों ने आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ वोट न करने की कसमें भी खा रहे हैं. पिछले दिनों इटारसी के विजयलक्ष्मी आईटीआई में छात्रों द्वारा भाजपा को वोट न करने की शपथ लेने से शुरू हुआ यह सिलसिला अनवरत जारी है.

प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से भाजपा को वोट न करने की शपथ लेने की खबरें आ रही हैं. इसमें इटारसी, सिवनी, होशंगाबाद, मंडला, मुरैना, सागर, दमोह और बैतूल शामिल हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)