गौरी लंकेश हत्याकांड: हिंदू युवा सेना से जुड़ा एक व्यक्ति गिरफ़्तार

हत्या के छह महीने बाद मामले में पहली गिरफ़्तारी हुई. बीते साल पांच सितंबर को वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की बेंगलुरु में हत्या कर दी गई थी.

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Gauri Lankesh Facebook
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश. (फोटो साभार: फेसबुक)

हत्या के छह महीने बाद मामले में पहली गिरफ़्तारी हुई. बीते साल पांच सितंबर को वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की बेंगलुरु में हत्या कर दी गई थी.

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वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश. (फोटो साभार: फेसबुक)

बेंगलुरु: वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के छह महीने बाद मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हिंदू युवा सेना से जुड़े एक व्यक्ति को बीते शुक्रवार गिरफ़्तार किया.

इस मामले में यह अब तक की पहली गिरफ़्तारी है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एसआईटी ने 37 वर्षीय केटी नवीन कुमार नाम के व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है. इस व्यक्ति को बीते 18 फरवरी को बेंगलुरु पुलिस ने अवैध गोलियां रखने के आरोप में गिरफ़्तार किया था.

एसआईटी ने केटी नवीन कुमार को गौरी लंकेश हत्याकांड में पहला आरोपी बनाया है. रिपोर्ट के अनुसार, कुमार मंड्या के मद्दुर का रहने वाला है. एसआईटी ने मजिस्ट्रेट अदालत को यह जानकारी देकर कुमार को गिरफ़्तार किया कि 18 फरवरी को अवैध हथियार के मामले की जांच के दौरान गौरी लंकेश हत्याकांड में उसकी (केटी नवीन कुमार) संलिप्तता से जुड़े सबूत मिले हैं.

मामले के जांच अधिकारी पुलिस उपायुक्त (बेंगलुरु पश्चिम) एमएन अनुचेथ ने बताया कि केटी नवीन कुमार उर्फ होत्ते मांजा को आठ दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया है.

पुलिस ने बताया कि कुमार को अवैध रूप से पिस्तौल की गोलियां रखने के आरोप में 18 फरवरी को गिरफ़्तार कर उसके ख़िलाफ़ सशस्त्र अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया था.

इससे पूर्व उसके द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर पुलिस उससे और पूछताछ करना चाहती थी और इसके लिए पुलिस ने अदालत का रुख़ किया था. जिसके बाद अदालत ने उसे आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसका चेहरा संदिग्धों में से एक के स्केच से मेल खाता है. ये स्केच लंकेश के घर के सीसीटीवी कैमरों से हासिल जानकारी के आधार पर तैयार किए गए थे.

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रही एसआईटी ने पिछले साल अक्टूबर में दो संदिग्धों के स्केच और सीसीटीवी फुटेज जारी किए. एसआईटी द्वारा जारी किए गए फुटेज गौरी लंकेश के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों से लिए गए हैं.

एसआईटी ने बताया कि स्केच जारी किए जो चश्मदीदों से मिली जानकारी तथा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तैयार किए गए हैं.

एसआईटी प्रमुख बीके सिंह ने संवाददाताओं से बताया था कि सिर्फ़ दो संदिग्ध हैं लेकिन हमने तीन सकेच जारी किए हैं जो दो चश्मदीदों की गवाही पर आधारित हैं… हमने एक संदिग्ध के दो स्केच जारी किए हैं क्योंकि दो पेशेवर चित्रकारों ने उन्हें बनाया है.

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सहायक सरकारी अधिवक्ता निर्मला रानी ने बताया, ‘अभी गौरी लंकेश हत्या मामले में सिर्फ़ यही एक आरोपी (केटी नवीन कुमार) नामजद है. जांच के बाद दूसरे आरोपियों को इससे जोड़ा जाएगा. इस संदिग्ध का सुराग सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मिला.’

क्राइम ब्रांच की शिकायत के बाद बीते 18 फरवरी को आरोपी केटी नवीन कुमार को पश्चिम बेंगलुरु के अपरपेट पुलिस थाना क्षेत्र में स्थित एक बस स्टैंड से गोलियों के साथ गिरफ़्तार किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जांच में पता चला था कि कुमार कट्टर हिंदुवादी संगठन हिंदू युवा सेना से जुड़ा हुआ है और कथित रूप से वह सनातन संस्था और जनजागृति समिति का भी सदस्य है.

उसके पास से 0.32 कैलिबर की 15 राउंड से ज़्यादा कारट्रीज मिली है जो कि 7.35 एमएम कारट्रीज की तरह ही होती है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गौरी लंकेश की हत्या पश्चिम बेंगलुरु स्थित उनके घर के बाहर 7.65 एमएम की देसी पिस्टल से गोली मारकर बीते साल पांच सितंबर को कर दी थी. हमले के वक़्त अज्ञात हमलावर ने हेलमेट पहन रखा था. हमलावर के अलावा हत्या में इस्तेमाल मोटरसाइकिल का भी पता नहीं चल सका है.

वह ‘गौरी लंकेश पत्रिके’ नाम की साप्ताहिक मैगजीन की संपादक थीं. इस मैगजीन को ‘व्यवस्था विरोधी’ प्रकाशन के रूप में जाना जाता है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)