कर्नाटक प्रभाव: ​गोवा-मणिपुर में कांग्रेस, बिहार में राजद ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

कर्नाटक में राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिए जाने के बाद गोवा, मणिपुर में कांग्रेस और बिहार में राजद के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

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कर्नाटक में राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिए जाने के बाद गोवा, मणिपुर में कांग्रेस और बिहार में राजद के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

Bihar Goa Governor ANI
बिहार के राज्यपाल से मुलाकात करते राजद विधायक और गोवा में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने कांग्रेस के विधायक. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: कर्नाटक में राज्यपाल द्वारा राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिए जाने का असर बिहार, गोवा, मणिपुर जैसे राज्यों पर पड़ा है.

इन राज्यों में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टियों की मांग है कि जिस आधार पर कर्नाटक में भाजपा को मौका मिला ठीक उसी आधार पर गोवा, मणिपुर और बिहार में भी राज्यपाल को उन पार्टी को सरकार बनाने का मौका देना चाहिए जो राज्य में बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन जोड़-तोड़ की राजनीति में फिसड्डी रहीं और सरकार बनाने में चूक गईं.

शुक्रवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद, कांग्रेस, हम और माले विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया.

उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास 111 विधायकों का समर्थन पत्र है और अगर हम लोगों को सरकार बनाने का मौका मिलता है कि हम लोग आसानी से बहुमत साबित कर देंगे. मैंने राज्यपाल को इन सभी विधायकों का समर्थन पत्र सौंप दिया है और सरकार बनाने के लिए मौका देने का आग्रह किया है.

तेजस्वी यादव ने दावा किया है राजद, कांग्रेस, हम और माले के 111 विधायकों के अलावा राजग के कई विधायक हम लोगों के संपर्क में हैं और फ्लोर टेस्ट का मौका मिलने पर वो आसानी से बहुमत साबित कर देंगे.

वहीं, गोवा में कांग्रेस ने यहां सबसे बड़ी पार्टी होने का हवाला देते हुए सरकार बनाने का दावा किया है.राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस के 13 विधायकों ने राजभवन तक मार्च किया. कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए राज्यपाल मृदुला सिन्हा को ज्ञापन सौंप दिया है.

मणिपुर में भी सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई थी. मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने की मांग की. ओकराम इबोबी सिंह ने बताया कि राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वो इस मुद्दे को देखेंगे. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि राज्यपाल न्याय करेंगे.

मेघालय में कांग्रेस का प्रदर्शन

शिलांग: कांग्रेस इस साल फरवरी में मेघालय में आयोजित विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था. इस बात को लेकर पार्टी ने शुक्रवार को राज्यभर में प्रदर्शन किए और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र भेजकर लोकतांत्रिक नियमों और संवैधानिक शुचिता की रक्षा करने का आग्रह किया.

कांग्रेस ने आज कई स्थानों पर धरना दिया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन राज भवन को सौंपा. राज्यपाल गंगा प्रसाद इस समय शिलांग में नहीं हैं. एमपीपीसी के अध्यक्ष सी लिंगदोह ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है, ‘मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी कर्नाटक के राज्यपाल के स्पष्ट रूप से पक्षपाती और तनाशाही भरे निर्णय के विरोध स्वरूप राज्यव्यापी धरना दे रही है.’