बिहार: ‘देश विरोधी’ गाने पर नाचने पर राष्ट्रद्रोह के आरोप में 5 नाबालिगों सहित आठ गिरफ़्तार

रोहतास जिले में ईद की पूर्व संध्या पर कथित देश विरोधी गाना बजाने को लेकर हुई एफआईआर. आरोपियों के परिजनों ने कहा बच्चे गाने का मतलब तक नहीं जानते.

/

रोहतास जिले में ईद की पूर्व संध्या पर कथित देश विरोधी गाना बजाने को लेकर हुई एफआईआर. आरोपियों के परिजनों ने कहा बच्चे गाने का मतलब तक नहीं जानते.

india-flag-reuters
प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स

बिहार के रोहतास जिले के नासरीगंज में ईद की पूर्व संध्या पर देश विरोधी गीत बजाने को लेकर पुलिस ने मंगलवार को आठ लोगों को राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है. इनमें पांच नाबालिग भी शामिल हैं, जिन पर देश विरोधी गाने पर नाचने का आरोप है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के बाद रविवार को मामला दर्ज हुआ और पुलिस मुख्यालय की ओर से रोहतास पुलिस को एक्शन लेने के लिए कहा गया.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना ईद की पूर्व संध्या पर हुई थी, जब चांद जुलूस के दौरान एक स्थानीय डीजे आशीष कुमार को बुलाया गया था, जिसने आयोजन में ‘हम पाकिस्तान मुजाहिद हैं’ बोल का एक गाना बजाया और मौजूद बच्चों और युवाओं ने इस पर डांस किया. इस दौरान करीब 150 लोग वहां मौजूद थे, जिनमें युवाओं की संख्या ज्यादा थी.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार चंदन ठठेरा नाम के एक व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाया और उसे बजरंग दल के स्थानीय नेता मनोज बजरंगी को सौंपा, जिसने यह वीडियो क्लिप पुलिस को दी. पुलिस ने बताया है कि इस क्लिप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.

रोहतास के एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में 8 लोगों- आयोजक राजा खान (20), डीजे आशीष कुमार (20), उसके ड्राईवर मुकेश कुमार और 14 से 17 की उम्र के 5 लोगों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा 20 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है.

नासरीगंज थाने में दर्ज इस मामले में आईपीसी की धारा 143 (गैरकानूनी जनसमूह का हिस्सा होना) 124ए (राष्ट्रद्रोह) 153ए (आपसी वैमनस्य बढ़ाने) और 295ए (धार्मिक भावनाएं आहत करना) और लाउडस्पीकर एक्ट लगाए गए हैं.

पुलिस ने बताया कि राजा, आशीष और मुकेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, वहीं पांचों नाबालिग को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश करने के बाद बाल सुधार गृह में भेजा गया है.

दूसरी ओर नाबालिग आरोपियों के परिजनों का मानना है कि डीजे अपने मोबाइल पर गाने बजा रहा था, जिसमें अनजाने में यह गाना बजा और बच्चे बिना गीत के बोल का अर्थ समझे इस पर नाचते रहे.

एक नाबालिग आरोपी के माता-पिता ने कहा कि शायद ही कोई बच्चा मुजाहिद शब्द का मतलब भी जानता होगा. उन्होंने कहा, ‘वे केवल धुन पर नाच रहे होंगे- गाना बमुश्किल 3-4 मिनट चला था.’ बताया जा रहा है कि इससे पहले डीजे ने कुछ कव्वालियां बजाई थीं, जिसके बाद यह गाना चला.

एक नाबालिग आरोपी का बड़ा भाई, जो छठी कक्षा में पढ़ता है, ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ‘सब बच्चे मस्ती में नाच रहे थे. कोई आपत्तिजनक और विवादित गाना बजा यह तो इस बारे में हुए बवाल के बाद पुलिस के हस्तक्षेप से मालूम हुआ.’

एक अन्य आरोपी के पिता का कहना है कि उन्हें इंसाफ मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, ‘इन छोटे बच्चों के ऊपर लगे राष्ट्रद्रोह के आरोप से हम लोग आहत हैं. नासरीगंज के इतिहास में कभी कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है. इस शहर में आप एक साथ अज़ान और राम धुन सुन सकते हैं. हम एक अच्छा वकील ढूंढ रहे हैं. हमें न्यायपालिका से इंसाफ की उम्मीद है.’

नासरीगंज अखाड़ा कमेटी के अध्यक्ष और स्थानीय पीस कमेटी के डिप्टी सेक्रेटरी मोहम्मद श्यामुल हक का कहना है कि इसके लिए केवल डीजे ज़िम्मेदार है. लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि उसने भी बिना जाने इसे बजा दिया हो क्योंकि यूट्यूब पर गाने लगातार बजते हैं.’

वहीं पुलिस ने इस बात की भी पुष्टि की है कि राष्ट्रद्रोह के आरोप में हिरासत में लिए गये किसी भी आरोपी के ऊपर पहले कभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है.