राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने आरोप लगाया कि बीज की बहुराष्ट्रीय कंपनी मॉनसैंटो ने देश के कपास किसानों का शोषण करके करीब 7,000 करोड़ रुपये बनाए.

(प्रतीकात्मक फोटो: विकीमीडिया कॉमंस)
स्वदेशी जागरण मंच ने दावा किया कि मॉनसैंटो ने जैव संवर्धित कपास के बीज के पेटेंट के लिए सरकार को एक बार में 18 करोड़ रुपये दिए और कंपनी ने गरीब कपास किसानों से करीब 7,000 करोड़ रुपये एकत्रित किए.
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी कंपनी मॉनसैंटो को पेटेंट विवाद में तीन घरेलू बीज कंपनियों से कानूनी लड़ाई में हार का सामना करना पड़ा है.
मंच ने कहा कि ये आंकड़े मॉनसैंटो की गैर-कानूनी गतिविधियों और अधिक लाभ प्राप्त करने करने के लिए उसके द्वारा अपनाए जाने वाले हथकंडों को दर्शाते हैं.
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