तेलंगाना में तक़रीबन 67 प्रतिशत मतदान: चुनाव आयोग

बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से वोट नहीं डाल सकीं. तेलंगाना के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न. मतगणना 11 दिसंबर को की जाएगी.

तेलंगाना विधानसभा के लिए शुक्रवार को कांग्रेस नेता विजयाशांति, एआईएमआईएम के नेता असदद्दीन ओवैसी और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने वोट डाले. (फोटो: पीटीआई)

बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से वोट नहीं डाल सकीं. तेलंगाना के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न. मतगणना 11 दिसंबर को की जाएगी.

तेलंगाना विधानसभा के लिए शुक्रवार को कांग्रेस नेता विजयाशांति, एआईएमआईएम के नेता असदद्दीन ओवैसी और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने वोट डाले. (फोटो: पीटीआई)
तेलंगाना विधानसभा के लिए शुक्रवार को कांग्रेस नेता विजयाशांति, एआईएमआईएम के नेता असदद्दीन ओवैसी और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने वोट डाले. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/हैदराबाद: तेलंगाना की कुल 119 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को हुए मतदान का प्रतिशत 67 रहा. राजधानी नई दिल्ली स्थिति चुनाव आयोग ने शाम पांच बजे तक हुए मतदान के आधार पर मतदान संबंधी अंतरित आंकड़े जारी किए.

इन दोनों राज्यों के अलावा हाल ही में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मिज़ोरम में हुए मतदान के बाद पांचों राज्यों में मतगणना 11 दिसंबर को होगी.

राज्य में 2.80 करोड़ से ज़्यादा मतदाता पंजीकृत हैं. पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है. इससे पहले 2014 में विधानसभा के चुनाव एकीकृत आंध्र प्रदेश में हुए थे.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने कहा, ‘मतदान सुगम तरीके से चला. एक-दो मामलों में ईवीएम बदलनी पड़ीं. मैं तेलंगाना के मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं.’

कालवाकुर्ती से कांग्रेस उम्मीदवार वमशी चांद रेड्डी पर हुए कथित हमले के संबंध सवाल करने पर कुमार ने कहा कि ज़िला निर्वाचन अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं.

इससे पहले तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने आरोप लगाया था कि वमशी पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया था.

सुबह-सुबह वोट डालने वाले नेताओं में कदियाम श्रीहरि, एच राव, पुचाराम श्रीनिवास रेड्डी, जुप्पली कृष्ण राव और जगदीश रेड्डी शामिल रहे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री चिरंजीवी और अभिनेता नागार्जुन ने भी जुबली हिल्स में अपना वोट डाला.

गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ होना था, लेकिन राज्य कैबिनेट की सिफ़ारिश के मुताबिक छह सितंबर को विधानसभा भंग कर दी गई थी. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने समय से पहले चुनाव कराने का विकल्प चुनकर एक बड़ा दाव चला था.

चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रजा कुतामी (जनता मोर्चा) गठबंधन बनाया है. इसमें तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा), तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) शामिल हैं.

इस गठबंधन का मुकाबला कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और भाजपा से है. दोनों दल अपने दम पर चुनाव मैदान में हैं.

प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस, कांग्रेस नीत गठबंधन और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. तेलंगाना में पहली बार मतदाता सत्यापन पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का उपयोग किया जा रहा है.

राव अपनी पार्टी की ओर से स्टार प्रचारक थे जबकि कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने कद्दावर नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए उतारा.

कांग्रेस के लिए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं ने चुनाव रैलियों के संबोधित किया, जबकि भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य नेताओं ने चुनाव प्रचार किया.

राहुल गांधी ने तेदेपा प्रमुख एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ एक संयुक्त सभा को भी संबोधित किया था.

राव ने 100 सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया है. वहीं, गांधी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नीत गठबंधन अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है. हालांकि, पिछला चुनाव (2014) तेदपा के साथ गठजोड़ कर लड़ने वाली भाजपा ने कहा कि उसने इस बार मुकाबले को त्रिकोणीय कर दिया है.

चुनाव मैदान में एक ट्रांसजेंडर सहित कुल 1,821 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. मतगणना 11 दिसंबर को होगी. मतदान के लिए 32,815 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मतदान संपन्न कराने के लिए 1.50 लाख से ज़्यादा कर्मचारियों को तैनात किया गया था.

अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जितेंद्र ने गुरुवार को बताया था कि करीब एक लाख सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. इनमें केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के 25,000 जवान और 20,000 अन्य राज्यों से आए पुलिसकर्मी शामिल हैं.

मतदाता सूची से नाम ग़ायब होने के कारण नहीं डाल सकी वोट: ज्वाला गुट्टा

बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा को शुक्रवार को उस समय निराशा का सामना करना पड़ा जब वह विधानसभा चुनाव के लिए मतदान नहीं कर पाईं. मतदान सूची से उनका नाम कथित तौर पर ग़ायब मिला.

बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी ने ट्वीटर पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘मैंने अपने नाम की जांच की थी और इसलिए आज मैं (मतदान करने) गई लेकिन मेरा नाम मतदाता सूची से गायब था. मेरा कहना है कि मेरे पिता और बहन का नाम तब से गायब है जबसे हमने इसकी आनलाइन जांच की थी.’

उन्होंने पूछा कि मतदाता सूची से उनका नाम क्यों हटाया गया जबकि पिछले 12 साल से वह एक घर में रह रही हैं.

ज्वाला ने कहा कि अगर नाम काटा जाता है तो संबंधित व्यक्ति को निश्चित तौर पर सूचित किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि उनकी मां का नाम मतदाता सूची में है और उन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.

ज्वाला के पिता क्रांति गुट्टा ने बताया कि लगभग एक महीने पहले ज्वाला का नाम मतदाता सूची में था.

उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का आनलाइन प्रयास सफल नहीं रहा.

उन्होंने बताया कि उनका मतदान केंद्र शहर के बंजारा हिल्स में स्थित है. ज्वाला गुट्टा ने राष्ट्रमंडल खेल सहित कई खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं .

तेलंगाना के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न

तेलंगाना के छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से सटे माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की संवेदनशील 13 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हुआ.

पुलिस ने कहा कि उन्होंने भद्राद्री कोठागुडम ज़िले से प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार करके हमले के प्रयास को नाकाम करते हुए दो पाइप बम जब्त किए.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जितेंद्र ने कहा कि वामपंथी चरमपंथ के कारण संवेदनशील घोषित 13 सीटों पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई.

पिछले महीने, पुलिस ने कहा था कि उन्होंने भद्राद्री कोठागुडम ज़िले से महिला कार्यकर्ता पी रूपा उर्फ सुजाता की गिरफ्तारी के साथ नेताओं और पुलिस पर हमले के भाकपा-माओवादियों के प्रयासों को नाकाम किया था.

तेलंगाना चुनाव में मतदान करने पहुंचीं फिल्मी हस्तियां

तेलंगाना चुनाव में शुक्रवार को बड़ी संख्या में फिल्मी शख्सियत मतदान करने पहुंचीं.

अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी, तेलुगू फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता नागार्जुन और ‘बाहुबली’ के निर्देशक एस एस राजमौली सुबह-सुबह वोट डालने वालों में शामिल रहे. तेलुगू फिल्मों के एक और अभिनेता ‘जूनियर एनटीआर’ जो टीडीपी के संस्थापक एनटी रामाराव के पोते हैं, वह भी कतार में खड़े नज़र आए.

अधिकतर फिल्मी हस्तियों ने हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित मतदान केंद्रों पर मतदान किया.

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