पुलवामा हमला: मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ के अलावा शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी भट की भी सुरक्षा वापस ले ली है.

Srinagar: Mirwaiz Umar Farooq, Chairman, Hurriyat Conference defies his house detention and leads a rally to protest against the visit of Prime Minister Narendra Modi, in Srinagar, on Saturday. (PTI Photo) (PTI5_19_2018_000060B)
Srinagar: Mirwaiz Umar Farooq, Chairman, Hurriyat Conference defies his house detention and leads a rally to protest against the visit of Prime Minister Narendra Modi, in Srinagar, on Saturday. (PTI Photo) (PTI5_19_2018_000060B)

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ के अलावा शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी भट की भी सुरक्षा वापस ले ली है.

Srinagar: Mirwaiz Umar Farooq, Chairman, Hurriyat Conference defies his house detention and leads a rally to protest against the visit of Prime Minister Narendra Modi, in Srinagar, on Saturday. (PTI Photo) (PTI5_19_2018_000060B)
मीरवाइज़ उमर फारूक. (फोटो: पीटीआई)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारूक समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है. यह जानकारी प्रशासन के एक अधिकारी ने दी.

अधिकारियों ने बताया कि इन पांच नेताओं और अन्य अलगाववादियों को किसी भी चीज की आड़ में सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाएगी. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यह कदम पुलवामा आतंकी हमले के बाद उठाया है.

पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के एक काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें इस अर्धसैनिक बल के कम से कम 40 जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हुए थे.

मीरवाइज उमर फारूक के अलावा शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी भट की भी सुरक्षा वापस ले ली गई है.

आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सीमा शुल्क बढ़ाकर 200 फीसदी कर दिया है. अब पाकिस्तान से आयात की जाने वाली वस्तुओं पर 200 फीसदी का सीमा शुल्क लगेगा.

इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा भी वापस ले लिया है. बीते शुक्रवार सुबह सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को यह जानकारी दी.

मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफ़एन) दर्जा मिलने वाले देश को व्यापार संबंधी सुविधाएं मिल जाती हैं. व्यापार संबंधी फ़ायदों का मतलब कम कीमतें और आयात को बढ़ावा देने वाले कदम होता है.

(समाचार एजेंसी पीटीआई की इनपुट के साथ)