पश्चिम बंगाल सरकार-सीबीआई विवाद के दौरान पुलिस कमिश्नर रहे राजीव कुमार का तबादला

राजीव कुमार के सीआईडी में तबादले के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक अनुज शर्मा को अब कोलकाता का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है.

Kolkata: Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar at out side his residence, after CBI offcials were detained by Kolkata police those came to questioning him in connection with the Saradha ponzi scam, in Kolkata, Sunday late evening, Feb 03, 2019. (PTI Photo/Swapan Mahapatra) (PTI2_3_2019_000236B)
राजीव कुमार (फोटो: पीटीआई)

राजीव कुमार के सीआईडी में तबादले के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक अनुज शर्मा को अब कोलकाता का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है.

Kolkata: Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar at out side his residence, after CBI offcials were detained by Kolkata police those came to questioning him in connection with the Saradha ponzi scam, in Kolkata, Sunday late evening, Feb 03, 2019. (PTI Photo/Swapan Mahapatra) (PTI2_3_2019_000236B)
राजीव कुमार. (फोटो: पीटीआई)

कोलकाता: सीबीआई और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच हुए विवाद के दौरान चर्चा में रहे कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का तबादला हो गया है. पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), कानून एवं व्यवस्था अनुज शर्मा को अब कोलकाता का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, बीते मंगलवार को राजीव कुमार को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के एडीजी और इंस्पेक्टर जनरल पुलिस (आईजीपी) के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया.

मालूम हो कि शारदा चिट फंड मामले में सीबीआई अफसरों की टीम राजीव कुमार से पूछताछ करने पहुंची थी, लेकिन कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के अफसरों को यह बोलकर हिरासत में ले लिया कि उन्होंने राज्य सरकार से अनुमति नहीं ली है. जिसके बाद यह विवाद इतना बढ़ गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अनशन पर बैठ गई थीं.

1991 बैच के आईपीएस अधिकारी शर्मा को 2015 में आईजी (कानून और व्यवस्था) से एडीजी के पद पर पदोन्नत किया गया था. उन्होंने दार्जिलिंग में पिछले साल के गोरखा विवाद के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल भाजपा दिल्ली में पार्टी नेतृत्व पर दबाव डाल रही है कि वह लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बनर्जी के करीबी आईपीएस अधिकारियों के एक वर्ग पर दबाव बनाए और राजीव कुमार उसी सूची में शीर्ष पर थे.

कुमार को शिलॉन्ग में सीबीआई द्वारा पूछताछ का सामना करना पड़ा, जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एजेंसी के सामने आने और शारदा चिट फंड घोटाले के मामलों की जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था.

सभी अनावश्यक विवादों से बचने के लिए अदालत ने शिलॉन्ग को मीटिंग के रूप में चुना और यह स्पष्ट कर दिया कि कुमार को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.

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