पुलवामा हमला: पुणे में कश्मीरी पत्रकार को पीटा, कहा- तुम्हें वापस कश्मीर भेज देंगे

24 वर्षीय जिब्रान नज़ीर का आरोप है कि ट्रैफिक सिग्नल पर विवाद होने के दौरान जब उन्होंने बताया कि वह जम्मू कश्मीर के पत्रकार हैं तब दो लोगों ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी.

पत्रकार जिब्रान नज़ीर. (फोटो साभार: फेसबुक/जिब्रान नज़ीर)

24 वर्षीय जिब्रान नज़ीर का आरोप है कि ट्रैफिक सिग्नल पर विवाद होने के दौरान जब उन्होंने बताया कि वह जम्मू कश्मीर के पत्रकार हैं तब दो लोगों ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी.

पत्रकार जीब्रान नजीर. (फोटो साभार: फेसबुक/जीब्रान नजीर)
पत्रकार जिब्रान नज़ीर. (फोटो साभार: फेसबुक/जिब्रान नज़ीर)

पुणे: पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कश्मीरियों को प्रताड़ित करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र और 10 राज्यों को नोटिस जारी करने बाद भी कश्मीरियों के साथ प्रताड़ना के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.

एनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक, गुरुवार को महाराष्ट्र के पुणे में जम्मू कश्मीर के एक 24 वर्षीय पत्रकार जिब्रान नज़ीर की पिटाई कर दी गई. शुरुआत में मामले को रोडरेज की घटना बताने वाली स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार की शाम को दो संदिग्ध हमलावरों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया और उनमें एक को गिरफ्तार कर लिया.

गुरुवार की रात ट्रैफिक सिग्नल पर एक झगड़े के दौरान दोनों आरोपियों ने पत्रकार की पिटाई की. पुणे में एक अखबार के साथ काम करने वाले नजीर ने कहा कि उन्होंने उन्हें वापस कश्मीर भेजने की बात कही.

हालांकि, नजीर ने कहा कि यह कोई सुनियोजित हमला नहीं था. उन्होंने बताया कि बाद में हमलावरों ने उनसे पुलिस स्टेशन में माफी मांग ली.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘यह रोडरेज की घटना थी और इसे पुलवामा हमले से नहीं जोड़ना चाहिए.’

बता दें कि इस घटना से एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के यवतमाल के एक कॉलेज में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों पर शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के सदस्यों ने हमला किया और उन्हें धमकी दी थी.

नजीर ने कहा, ‘मोटरबाइक से घर वापसे जाने के दौरान रात के करीब 10:45 बजे पुणे के तिलक रोड पर उन पर हमला किया गया. एक ट्रैफिक सिग्नल पर जब वे रूके तब एक मोटरबाइक पर सवार दो युवकों ने पीछे से हॉर्न बजाना शुरू कर दिया और उनसे आगे बढ़ने को कहा जिसकी वजह झगड़ा शुरू हो गया.

यह देखने पर कि उसकी बाइक पर एचपी लिखा है उन्होंने कहा कि वे उसे हिमाचल प्रदेश भेज देंगे. इस पर जब नजीर ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर के एक पत्रकार हैं तब उन दोनों ने उनकी पिटाई कर दी और कहा, ‘हम तुम्हें कश्मीर भेज देंगे और तुम वहां जाकर अपनी पत्रकारिता करना.’

इस दौरान उन्होंने नजीर का मोबाइल फोन भी छीन लिया, बाइक को छतिग्रस्त कर दिया और भाग गए.

नजीन ने कहा कि उन्होंने मामले को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया और मामले को वापस ले लिया है. इसके बाद शुक्रवार की शाम को पुणे पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए 32 वर्षीय अजहरुद्दीन और 35 वर्षीय दत्तात्रेय लवाते के खिलाफ एक केस दर्ज किया.

पुलिस अजहरुद्दीन को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि दत्तात्रेय लवाते की तलाश कर रही है.