तेलंगाना के नारायणपेट ज़िले का मामला. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस घटना पर दुख जताते हुए इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया. अधिकारियों को घायल और मृतकों के परिवार को हरसंभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है.
हैदराबाद: तेलंगाना के नारायणपेट जिले में बुधवार को एक कार्यस्थल पर मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे लोगों के ऊपर मिट्टी का एक बड़ा ढेर गिरने से 10 महिला श्रमिकों की मौत हो गई. पुलिस ने ये जानकारी दी.
जानकारी के अनुसार, ये महिलाएं एक बड़े से गड्ढे के खुदाई के काम में लगी हुई थीं. और जब घटना हुई उस समय वह गड्ढे के एक किनारे बैठकर खाना खाने जा रही थीं.
पुलिस ने बताया कि यह घटना नारायणपेट जिले के तिलेरू गांव में दोपहर करीब 11:15 बजे हुई. कार्यस्थल पर 12 महिला श्रमिक खाना खाने के लिए बैठी हुई थीं. उसी समय मिट्टी का बड़ा ढेर उन पर गिर गया. अधिकारी ने बताया कि महिलाएं मनरेगा के तहत होने वाले खुदाई के काम में लगी हुई थीं.
चश्मदीदों के मुताबिक मिट्टी का एक बड़ा ढेर इन महिलाओं पर गिर गया और वे करीब छह से आठ फुट तक नीचे दब गईं.
अधिकारी के मुताबिक 10 महिलाओं की मौत हो गई. एक महिला घायल हो गई और एक अन्य सुरक्षित बाहर निकल आईं. जिन महिलाओं की मौत हुई वो सब तिलेरू गांव से ही थीं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने बताया, ‘महिलाओं ने अपने खाने का डिब्बा भी नहीं खोला था कि उनके ऊपर मिट्टी का ढेर गिर गया. सभी 10 महिलाओं की मौत दम घुटने की वजह से हो गई. ये महिलाएं सात से आठ फीट मिट्टी के ढेर में दब गई थीं.’
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का अनुमान है कि मिट्टी का ढेर इसलिए गिरा क्योंकि बीते मंगलवार को बारिश हुई थी.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया. राव ने संबंधित अधिकारियों को घायल और शोक संतप्त परिवार को हरसंभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है.
हालांकि कुछ स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, मृतकों की पहचान पी. अनुराधा (30), भीमम्मा (40), बुड्डम्मा (26), बी. लक्ष्मी (28), के. लक्ष्मी (30), मंगम्मा (32), अनन्तम्मा (45), केशम्मा (38) और बी. अनन्तम्मा (35) आदि के रूप किया गया, जो तिलेरु की हैं. घायल महिला लक्ष्मी का इलाज चल रहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)