मेघालय: चक्रवात से 700 गांवों के 10,500 परिवार प्रभावित

चक्रवात से पश्चिमी गारो पहाड़ी,पश्चिमी ख़ासी पहाड़ियों, पूर्वी जैंतिया और पश्चिमी जैंतिया पहाड़ी ज़िले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

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चक्रवात से पश्चिमी गारो पहाड़ी,पश्चिमी ख़ासी पहाड़ियों, पूर्वी जैंतिया और पश्चिमी जैंतिया पहाड़ी ज़िले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. 

Meghalaya

शिलांग: मेघालय में पिछले तीन दिनों में चक्रवाती तूफान से राज्य के 700 गांवों के 10,500 परिवार प्रभावित हुए हैं. इनमें से कई परिवार बेघर हो चुके हैं. पश्चिमी गारो पहाड़ी जिला में बुधवार को तूफान से तीन लोगों के घायल होने की खबर है.

राज्य में करीब 100 स्कूल इमारतें और सामुदायिक भवनों को क्षति पहुंची है.

राज्य के राजस्व मंत्री किरमन शैला ने हालात की समीक्षा के लिए बीते गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की. इसमें राज्य के मुख्य सचिव पीएस थांगखियू भी शामिल हुए.

राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बैठक के बाद कहा, ‘चक्रवात से 700 गांवों में कुल 10,554 परिवार प्रभावित हुए हैं. प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है.’ 

अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी गारो पहाड़ी, दक्षिण पश्चिम खासी पहाड़ी और री-भोई जिलों के कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. इसे बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

तूफान से पश्चिमी गारो पहाड़ी, पूर्वी जैंतिया और पश्चिमी जैंतिया पहाड़ी जिला सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं.

शिलॉन्ग टाइम्स की ख़बर के अनुसार, तूफ़ान से पश्चिमी ख़ासी पहाड़ियों को अधिक नुक़सान पहुंचा है. मेघालय के लगभग सभी हिस्सों में चक्रवात की स्थिति बीते 14 अप्रैल से बनी हुई है. जो परिवार बेघर हुए हैं, उन्हें रहने के लिए तिरपाल सहित अन्य सहायता पहुंचायी जा रही है.

बैठक में शामिल मुख्य सचिव पीएस थांगखियू ने सभी डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने इलाके के हालात के बारे में जल्द से जल्द विस्तृत मूल्यांकन रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है. साथ ही पीड़ित परिवारों को सहायता पहुंचाने व शिकायतों को कम करने के लिए योजना देने के निर्देश दिए हैं.

पूर्वी ख़ासी पहाड़ी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मेघलाय में पुलिस, वन विभाग, अग्निशमन सेवा और लोक निर्माण विभाग को अलर्ट कर दिया है. शिलॉन्ग में भी तूफान की वजह से पेड़ों के गिरने और बिजली सेवा बाधित होने की ख़बरें हैं.

तूरा सर्किट हाउस में चक्रवात से पैदा हुई स्थिति को समझने व दिए जा रहे पुनर्वास का विश्लेषण करने के लिए अलग से मीटिंग हुई. लोगों को तत्काल पुनर्वास पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री के सलाहकार और उत्तर तूरा से विधायक थोमस ए. संगमा ने ज़िला अधिकारियों और अन्य विभागों के प्रमुखों के साथ मीटिंग की.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)