कपिल मिश्रा ने टैंकर घोटाला मामले के सबूत एसीबी को सौंपे, आप ने पार्टी से निकाला

आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ घूसखोरी के आरोपों को ख़ारिज करते हुए मुख्यमंत्री पद से उनके इस्तीफे की संभावना से भी साफ़ इनकार कर दिया.

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कपिल मिश्रा. (फोटो: पीटीआई)

आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ घूसखोरी के आरोपों को ख़ारिज करते हुए मुख्यमंत्री पद से उनके इस्तीफे की संभावना से भी साफ़ इनकार कर दिया.

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कपिल मिश्रा. (फाइल फोटो: पीटीआई)

केजरीवाल सरकार में मंत्री पद से हटाये गए आप विधायक कपिल मिश्रा ने 400 करोड़ रुपये के टैंकर घोटाला मामले के सबूत दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को सौंप दिए हैं.

दूसरी ओर आप के राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने कपिल मिश्रा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया.

पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विधायक कपिल मिश्रा के घूसखोरी के आरोपों को ख़ारिज करते हुए मुख्यमंत्री पद से केजरीवाल के इस्तीफे की संभावना से साफ़ इनकार कर दिया.

आप नेता संजय सिंह ने कहा कि मिश्रा के मार्फ़त भाजपा ने आप के खिलाफ गंभीर साज़िश रची है और केजरीवाल को निशाना बनाने वाले आरोप इसी साज़िश का हिस्सा हैं.

मिश्रा ने केजरीवाल द्वारा मंत्री सत्येन्द्र जैन से अपने एक करीबी रिश्तेदार की ज़मीन का सौदा कराने के एवज में दो करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया था. इसके बाद से विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस केजरीवाल पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव बना रहे थे.

कपिल मिश्रा का यह भी आरोप है कि पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में हुए इस घोटाले की जांच में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जानबूझकर देरी कर रहे हैं.

एसीबी में मामले से जुड़े दस्तावेज़ जमा कराने के बाद मिश्रा ने कहा कि मैंने अधिकारियों को बता दिया है कि किस तरह से केजरीवाल जानबूझकर इस मामले की जांच में देरी कर रहे हैं.

मिश्रा का दावा है कि वह बतौर मंत्री एक साल पहले ही इस कथित घोटाले की विभागीय जांच करा कर इसकी रिपोर्ट केजरीवाल को सौंप चुके हैं.

इसमें उन्होंने टैंकर घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जांच कराने की सिफारिश की थी.

मिश्रा ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल और उनके दो अन्य सहयोगियों द्वारा टैंकर घोटाला मामले की जांच को प्रभावित करने के दस्तावेज़ी सबूत भी एसीबी को दिए हैं.

इन सबूतों से सरकार द्वारा दीक्षित को बचाने की बात साफ़ हो जाती है. उन्होंने कहा कि एसीबी इस मामले की विस्तृत जांच के लिये मुझे फिर से बुलाएगी.

इस बीच मिश्रा ने केजरीवाल को स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की रकम दिए जाने के अपने आरोप पर क़ायम रहते हुए सच्चाई जानने के लिए उन तीनों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग भी की.

उन्होंने कहा कि वह अपने इस आरोप से जुड़े सभी तथ्य सीबीआई को सौंपने के लिये केंद्रीय जांच एजेंसी से मिलने का समय मांग चुके हैं.

(एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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