राजस्थान: सड़क हादसे में प्रसिद्ध लोक नर्तक क्वीन हरीश समेत चार कलाकारों की मौत

जैसलमेर के रहने वाले हरीश कुमार ‘क्वीन हरीश’ के नाम से जाने जाते थे. राजस्थान की मशहूर घूमर, कालबेलिया, चंग, भवई, चरी समेत अनेक लोकनृत्य कलाओं वाले उनके कार्यक्रम बहुत प्रसिद्ध थे.

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क्वीन हरीश. (फोटो साभार: ट्विटर)

जैसलमेर के रहने वाले हरीश कुमार ‘क्वीन हरीश’ के नाम से जाने जाते थे. राजस्थान की मशहूर घूमर, कालबेलिया, चंग, भवई, चरी समेत अनेक लोकनृत्य कलाओं वाले उनके कार्यक्रम बहुत प्रसिद्ध थे.

क्वीन हरीश. (फोटो साभार: ट्विटर)
क्वीन हरीश. (फोटो साभार: ट्विटर)

जोधपुर: राजस्थान में जोधपुर के पास रविवार सुबह हुए एक सड़क हादसे में प्रसिद्ध नर्तक क्वीन हरीश और तीन अन्य लोक कलाकारों की मौत हो गई तथा पांच अन्य घायल हो गए.

यह दुर्घटना जोधपुर के पास राजमार्ग पर कापरड़ा गांव के पास उस समय हुई जब ये लोग एक एसयूवी में जैसलमेर से अजमेर की तरफ जा रहे थे.

बिलाड़ा थाना प्रभारी सीताराम खोजा ने कहा, ‘उनकी कार वहां खड़े एक ट्रक से टकरा गई जिससे हरीश, रविंद्र, भीखे खान और लतीफ खान की मौत हो गई. इस दुर्घटना में पांच अन्य लोग घायल हो गए.’

खोजा ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि हरीश और उनकी टीम के अन्य लोक कलाकार एक कार्यक्रम के संबंध में यात्रा पर थे.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कलाकारों की मौत पर शोक व्यक्त किया है.

गहलोत ने कहा, ‘जोधपुर में सड़क हादसे में लोकप्रिय कलाकार क्वीन हरीश समेत चार व्यक्तियों की मौत बहुत दुखद है. राजस्थान की लोक कला एवं संस्कृति के प्रति समर्पित हरीश ने अपनी जुदा नृत्य शैली से जैसलमेर को नई पहचान दी थी. उनकी मौत से लोक कला के क्षेत्र को बड़ी क्षति हुई है.’

जैसलमेर के रहने वाले हरीश कुमार ‘क्वीन हरीश’ के नाम से जाने जाते थे. राजस्थान की मशहूर घूमर, कालबेलिया, चंग, भवई, चरी समेत अनेक लोकनृत्य कलाओं वाले उनके कार्यक्रम बहुत प्रसिद्ध थे.

अपनी लोकनृत्य कलाओं के जरिये उन्होंने विश्वभर में अपनी पहचान बनाई थी.

प्रकाश झा की फिल्म जय गंगाजल में क्वीन हरीश ने ‘नजर तोरी राजा बड़ी बेइमान रे’ नाम के एक आइटम नंबर पर डांस भी किया था.

वह पुरुष थे, लेकिन स्त्री के रूप में डांस कर प्रसिद्ध हुए. इसी वजह से वह ‘क्वीन हरीश’ के नाम से मशहूर हुए थे.

पिछले तकरीबन एक दशक में हरीश तकरीबन 60 देशों में अपनी प्रस्तुति दे चुके थे. जैसलमेर के रहने वाले 38 वर्षीय हरीश दुनियाभर के पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय थे. बड़ी संख्या में पर्यटक हरीश का लोकनृत्य देखने के लिए जैसलमेर आते थे.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, हरीश ने लोकनृत्य के कोरियोग्राफर के रूप में भी पहचान बनाई थी अकेले जापान में ही उनके दो हजार से ज्यादा शिष्य बताए जाते हैं.

राजस्थान में वह डांस वर्कशॉप भी चलाते थे. डांस सीखने के लिए लोग देश-विदेश से उनके वर्कशॉप में शामिल होते थे.

पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, क्वीन हरीश ने जापान और दक्षिण कोरिया में सबसे ज्यादा शो किए थे. हरीश के परिवार में पत्नी, बहन और दो बच्चे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)