पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले के विरोध में दिल्ली, महाराष्ट्र के डॉक्टर हड़ताल पर

पश्चिम बंगाल के कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 75 वर्षीय बुज़ुर्ग की मौत हो गई थी, जिसके बाद बुज़ुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई कर दी थी.

पश्चिम बंगाल के कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 75 वर्षीय बुज़ुर्ग की मौत हो गई थी, जिसके बाद बुज़ुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई कर दी थी.

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पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले के विरोध में दिल्ली के डॉक्टर विरोध दर्ज कराते हुए (फोटोः एएनआई)

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों पर हमले के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली और महाराष्ट्र के डॉक्टर हड़ताल पर होंगे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में एम्स, मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) और सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर शुक्रवार को हड़ताल पर होंगे. डॉक्टरों ने शुक्रवार सुबह एम्स और सफदरजंग में नए मरीजों का रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया.  हालांकि पुराने मरीजों के लिए ओपीडी खुली है.

हड़ताल के समर्थन में दिल्ली मेडिकल असोसिएशन, आईएमए और डॉक्टरों के अन्य कई संगठन भी आगे आ गए हैं. इन्होंने शुक्रवार को दिल्ली और महाराष्ट्र समेत देशभर में हड़ताल का आह्वान किया है.

आईएमए से जुड़े डॉ. हरजीत सिंह भट्टी के मुताबिक,  एम्स और सफदरजंग के अलावा शुक्रवार को निजी क्लिनिक एवं नर्सिंग होम भी बंद रहेंगे.

जूनियर डॉक्टरों पर हमले के विरोध में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने पूरी दिल्ली में मेडिकल बंद का ऐलान किया है. पश्चिम बंगाल में मंगलवार को डॉक्टरों पर हमले के विरोध में दिल्ली के एम्स के डॉक्टरों ने सिर पर पट्टी बांधकर और हेलमेट पहनकर काम कर अपना विरोध जताया.

वहीं, एमसीडी हॉस्पिटल के डॉक्टर शनिवार से हड़ताल पर होंगे. महाराष्‍ट्र के रेजिडेंट डॉक्‍टरों ने भी शुक्रवार  शाम पांच बजे तक सांकेतिक हड़ताल का ऐलान किया है. ऐसे में डर है कि देशभर में डॉक्टर इस हड़ताल में शामिल हो सकते हैं.

छत्तीसगढ़ के रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर मेमोरियल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हुई हिंसा के खिलाफ विरोध दर्ज कार रहे हैं.

हैदराबाद में भी पश्चिम बंगाल पर डॉक्टरों पर हमले के विरोध में और हड़ताल के समर्थन में निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्टरों ने मार्च निकाला.

वहीं, पश्चिम बंगाल में हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार दोपहर दो बजे तक काम पर लौटने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश को नहीं माना और कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा संबंधी मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.

वहीं, मुख्यमंत्री बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों पर बरसते हुए विपक्षी भाजपा और कम्युनिस्ट पार्टी पर उन्हें भड़काने और मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया.

डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से कई सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों में तीसरे दिन भी आपातकालीन वॉर्ड, ओपीडी सेवाएं, पैथोलॉजिकल इकाइयां बंद रहीं.

गौरतलब है कि कोलकाता स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी. इस पर बुजुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दो डॉक्टरों की पिटाई कर दी थी.

आरोपों के मुताबिक, करीब 200 लोग ट्रकों में भरकर आए थे और अस्पताल परिसर पर हमला बोल दिया था. इस हमले में दो जूनियर डॉक्टर बुरी तरह घायल हो गए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)