निखत ज़रीन का समर्थन करने पर मैरी कॉम ने अभिनव बिंद्रा से कहा, मुक्केबाजी में हस्तक्षेप न करें

ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल कराने की मांग करने वाली पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन निखत ज़रीन का समर्थन करते हुए ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मैरी कॉम का मैं पूरा सम्मान करता हूं लेकिन खिलाड़ी को अपने करिअर में बार बार सबूत देने पड़ते हैं. यह सबूत कि हम आज भी कल की तरह खेल सकते हैं.

मैरी कॉम, अभिनव बिंद्रा और निखत जऱीन. (फोटो: ट्विटर)

ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल कराने की मांग करने वाली पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन निखत ज़रीन का समर्थन करते हुए ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मैरी कॉम का मैं पूरा सम्मान करता हूं लेकिन खिलाड़ी को अपने करिअर में बार बार सबूत देने पड़ते हैं. यह सबूत कि हम आज भी कल की तरह खेल सकते हैं.

मैरी कॉम, अभिनव बिंद्रा और निखत जऱीन. (फोटो: ट्विटर)
मैरी कॉम, अभिनव बिंद्रा और निखत ज़रीन. (फोटो: ट्विटर)

नई दिल्ली: भारतीय स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने शनिवार को ओलिंपिक चैंपियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन निखत ज़रीन की मांग का समर्थन करने को लेकर निराशा व्यक्त की. मैरी कॉम ने कहा कि उन्हें (बिंद्रा) मुक्केबाजी में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.

गुरुवार को बिंद्रा ने ज़रीन की छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मुक्केबाज के खिलाफ ट्रायल कराने की मांग का समर्थन किया था लेकिन ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम को यह बात पसंद नहीं आई.

मैरी कॉम ने कहा, ‘बिंद्रा ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीत चुके हैं लेकिन मैंने भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में कई गोल्ड मेडल जीते हैं. मुक्केबाजी में हस्तक्षेप या दखल देना, उनका इससे कोई लेना देना नहीं है. मैं निशानेबाजी के बारे में बात नहीं करती इसलिए उनके लिए बेहतर यही होगा कि वह मुक्केबाजी पर चुप रहें. वह मुक्केबाजी के नियम नहीं जानते.’

साथ ही उन्होंने कहा, ‘वह बॉक्सिंग के बारे में कुछ नहीं जानते. इसलिए बेहतर होगा कि चुप रहें. मुझे नहीं लगता कि अभिनव भी हर निशानेबाजी टूर्नामेंट से पहले ट्रायल्स के लिए जाते होंगे.’

बता दें कि, बीते अगस्त महीने में तब विवाद हो गया था जब बीएफआई ने विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल मुकाबले के लिए मैरीकॉम के खिलाफ निखत ज़रीन को मौका ही नहीं दिया था. ज़रीन की विश्व चैम्पियनशिप के लिये ट्रायल की मांग भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने ठुकरा दी थी.

बीएफआई की अब विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए भी मैरीकॉम को भेजने की योजना है.

इसलिए उन्होंने खेलमंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखकर ओलंपिक क्वालीफायर के लिये टीम में जगह पाने का उचित मौका दिये जाने की मांग की.

इस पर भारत के इकलौते ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गुरुवार को अगले साल ओलंपिक क्वालीफायर के लिये भारतीय टीम का चयन करने से पहले निखत ज़रीन की मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम के खिलाफ ट्रायल की मांग का समर्थन किया.

बिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘मैरी कॉम का मैं पूरा सम्मान करता हूं लेकिन खिलाड़ी को अपने करिअर में बार बार सबूत देने पड़ते हैं. यह सबूत कि हम आज भी कल की तरह खेल सकते हैं. कल से बेहतर और आने वाले कल से बेहतर. खेल में बीता हुआ कल मायने नहीं रखता.’

बता दें कि, बिंद्रा और ज़रीन दोनों जेएसडब्ल्यू समूह से जुड़े हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)