महाराष्ट्र: हिरासत में युवक की मौत, पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया

उत्तर प्रदेश के अमेठी में भी हिरासत में मौत का मामला सामने आया. परिजन ने पुलिस पर ज़हर खिलाने का आरोप लगाया. बैंक कर्मचारी से 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के अमेठी में भी हिरासत में मौत का मामला सामने आया. परिजन ने पुलिस पर ज़हर खिलाने का आरोप लगाया. बैंक कर्मचारी से 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

मुंबई: महाराष्ट्र में मुंबई और उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में पुलिस हिरासत में दो युवकों की मौत का मामला सामने आया है. मुंबई में वडाला टीटी पुलिस की हिरासत में लिए गए 25 साल के एक युवक की एक अस्पताल में मौत हो गई. इससे पहले उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की थी. मरने वाले के संबंधियों ने पुलिस पर समय पर चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है.

इस संबंध में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की पहचान मुंबई के सायन निवासी विजय सिंह के रूप में हुई, जो पेशे से मेडिकल रिप्रेज़ेंटेटिव थे. मारपीट के एक मामले में पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था.

मृतक के परिजन और दोस्तों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने हिरासत में विजय की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई.

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि वडाला टीटी थाने के पुलिस इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और तीन कॉन्स्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है.

उन्होंने बताया कि मामले की जांच हिरासत में हुई मौत को लेकर किया जा रहा है. क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

युवक का पोस्टमॉर्टम जेजे अस्पताल में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की मौजूदगी और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के दिशानिर्देशों के आधार पर कराया गया है.

मृतक के परिजनों ने वडाला टीटी थाने के बाहर प्रदर्शन किया और कमिश्नर से मिलने की मांग की.

वहीं पुलिस ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि सीने में दर्द की शिकायत करने के बाद उसके परिजन स्वयं उसे अस्पताल लेकर गए.

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र सांगले ने बताया, ‘विजय सिंह और उसके दोस्त को यहां आरटीओ के निकट एक दंपति के साथ मारपीट के बाद वडाला टीटी पुलिस थाने लाया गया. उसने कुछ ही देर बाद सीने में दर्द की शिकायत की और बाहर इंतजार कर रहे परिजनों से हमने कहा कि वह उसे सायन अस्पताल ले जाएं.’

उन्होंने बताया, ‘सायन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसके वहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया. किसी ने उसे छुआ तक नहीं. हम लोग पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं . मामले में जांच जारी है.’

हालांकि, सिंह के साथ पुलिस थाने में मौजूद उसके दोस्त अंकित जयप्रकाश मिश्र ने आरोप लगाया कि ड्यूटी अधिकारी और कॉन्स्टेबल ने उसे पीटा तथा मांगने पर पानी भी नहीं दिया.

मिश्र ने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने सीने में दर्द की उसकी शिकायत को हल्के में लिया और कुछ ने उसका मजाक उड़ाया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नाटक कर रहा है.

मिश्र ने दावा किया, ‘जब वह दर्द के कारण बोलने तक में अक्षम हो गया तो ड्यूटी अधिकारी ने परिजनों से कहा कि वह उसे लेकर अस्पताल जाए.’

सिंह के एक परिजन ने उसकी मौत के लिए तैनात पुलिस अधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार बताने की मांग की. उन्होंने दावा किया कि उसे पानी नहीं उपलब्ध कराया गया और न ही उन लोगों ने उसका ध्यान रखा.

एक अन्य परिजन ने बताया कि 19 नवंबर को उसका विवाह होना था.

अमेठी में युवक की हिरासत में मौत, परिजन ने पुलिस पर ज़हर देने का आरोप लगाया

अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के पीपरपुर क्षेत्र में हाल में हुई एक बैंक कर्मचारी से 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पूछताछ के मकसद से हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.

मृतक के परिजन ने पुलिस पर हिरासत में प्रताड़ना देने और जहर खिलाने का आरोप लगाया है.

अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम ने बताया कि बीते पांच अक्टूबर को पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसोईया इलाके में यूको बैंक की दूसरी शाखा में धन डालने जा रहे शाखा प्रबंधक से हुई 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस तथा स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सत्य प्रकाश शुक्ला (50) तथा उनके बेटों को 28/29 अक्टूबर की रात करीब दो बजे घर से हिरासत में लिया था.

उन्होंने बताया कि प्रकाश शुक्ला ने दबिश के दौरान अपने घर में ही जहर खा लिया. रास्ते में तबीयत खराब होने पर उसे सुल्तानपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

शुक्ला के परिजन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे बेहद प्रताड़ित किया और जहर खिला दिया जिससे उसकी मौत हो गयी.

उधर, अपर पुलिस अधीक्षक ने शुक्ला को प्रताड़ित करने और पुलिस द्वारा जहर खिलाए जाने के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पुलिस 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पूछताछ के लिये उसे पकड़ने गयी थी तभी उसने घर के अंदर ही जहर खा लिया.
बहरहाल, मामले की जांच की जा रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)