हिंदी और उर्दू: ज़बान बनाई नहीं जाती, ख़ुद बनती है… हिंदी के हक़ में हिंदू क्यों अपना वक़्त ज़ाया करते हैं. मुसलमान उर्दू के तहफ़्फ़ुज़ के लिए क्यों बेक़रार हैं?14/09/2022