नई कर व्यवस्था में सैनिटरी नैपकिन को 12 प्रतिशत कर दर के दायरे में रखा गया है.
जन गण मन की बात की 87वीं कड़ी में विनोद दुआ नोटबंदी से जीडीपी व रोज़गार के प्रभावित होने और शिक्षा क्षेत्र की दुर्दशा पर चर्चा कर रहे हैं.
कलकत्ता विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफेसर अमरनाथ बता रहे हैं कि हिंदी की बोलियों को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल क्यों नहीं किया जाना चाहिए.
जन गण मन की बात की 86वीं कड़ी में विनोद दुआ कर्नाटक झंडा विवाद और आईपीएस अधिकारी डी. रूपा के तबादले पर चर्चा कर रहे हैं.
निर्माण क्षेत्र के 73 प्रतिशत नौकरी देने वालों का कहना है कि वे अगले तीन महीने तक कोई भी नई नौकरी देने की स्थिति में नहीं हैं.
65 प्रतिशत से अधिक मत पाने वाले 71 वर्षीय कोविंद दूसरे दलित नेता है जो इस शीर्ष संवैधानिक पद को सुशोभित करेंगे.
गोरक्षा के नाम पर पीट-पीटकर कर हो रही हत्याओं के मुद्दे पर संसद में घिरी सरकार, विपक्ष ने किया ज़बरदस्त हमला, सरकार बोली- सहिष्णुता इस देश का डीएनए है.
राजग में शामिल पार्टी के सांसद का सवाल, क्या किसान आतंकवादी हैं? विपक्ष ने कहा, पहले फ़सलों के दाम दोगुना करने का वादा किया, अब किसानों पर गोली चला रही है सरकार.
जन गण मन की बात की 85वीं कड़ी में विनोद दुआ अडानी समूह के ख़िलाफ़ रिपोर्ट करने के बाद ईपीडब्ल्यू के संपादक प्रंजॉय गुहा ठाकुरता के इस्तीफ़े और निजता के अधिकार पर चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 84वीं कड़ी में विनोद दुआ देश के अब तक के राष्ट्रपतियों और युवा नेताओं पर चर्चा कर रहे हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने यह कहते हुए राज्यसभा से इस्तीफ़ा दे दिया है कि उन्हें दलितों से जुड़े मुद्दे उठाने का समय नहीं दिया जा रहा है. पढ़िए सदन में उनका पूरा भाषण...
इस्तीफ़े से ठीक पहले संसद में कहा था कि 'मैं जिस समाज से मैं आती हूं उसी की बात सदन में नहीं रख पा रही. मुझे ऐसी सदस्यता नहीं चाहिए. मैं अभी इससे इस्तीफ़ा देती हूं.'
उच्चतम न्यायालय ने यह आदेश आधार योजना की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर दिया. आरोप है कि आधार योजना निजता के मौलिक अधिकार का अतिक्रमण करती है.
मीडिया बोल की छठी कड़ी में उर्मिलेश भारत-चीन मामलों के जानकार मनोज जोशी और पत्रकार स्मिता शर्मा के साथ भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध पर चर्चा कर रहे हैं.
सपा में क्रॉस वोटिंग, अखिलेश-शिवपाल गुट फिर आमने-सामने, राजग को आंकड़ों में मिल रही बढ़त, राष्ट्रपति चुनाव को सोनिया गांधी ने संकीर्ण, विभाजनकारी और सांप्रदायिक नज़रिये के ख़िलाफ़ लड़ाई करार दिया.