भारत में पिछले साल मौत की सज़ा के मामलों में 81 फीसदी की बढ़ोतरी: एमनेस्टी

रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में एक भी शख़्स की सज़ा पर अमल नहीं हुआ. ऐसे 400 कैदी जेलों में बंद हैं जिनकी मौत की सज़ा पर इस साल के अंत तक अमल होना है.