वीडियो: बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम के परोल याचिका पर हुए विवाद पर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.
कोर्ट ने अन्य 14 आरोपियों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है. साल 2014 में हिसार के सतलोक आश्रम से चार महिलाओं और एक बच्चे का शव मिलने के बाद रामपाल और उसके 27 अनुयायियों पर हत्या का आरोप लगा था.
साल 2014 में हिसार स्थित सतलोक आश्रम से चार महिलाओं और एक बच्चे का शव मिलने के बाद रामपाल और उसके 27 अनुयायियों पर हत्या तथा लोगों को गलत तरीके से बंधक बनाने का आरोप लगा था.
राम रहीम पर लगे आरोप डेढ़ दशक पुराने हैं, लेकिन मीडिया तब जागा, जब दो बहादुर बेटियों और एक जांबाज़ पत्रकार ने जान की बाज़ी लगाकर न्याय की लड़ाई जीत ली.
बलात्कार मामले में दोषी पाए गए राम रहीम को एयरपोर्ट वीआईपी लाउंज में मिलने वाली सुविधा को उड्डयन मंत्रालय ने वापस ले लिया है.
राम रहीम ने पुरस्कार दिए जाने के लिए ख़ुद पांच बार सिफारिश की थी.
वीडियो: गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा के धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक पहलुओं पर द वायर के डिप्टी एडिटर अजय आशीर्वाद महाप्रशस्त का नज़रिया.
साझी विरासत बचाओ सम्मेलन में आठ ग़ैर भाजपाई दलों ने साधा नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना.
पीड़िता ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पत्र लिखकर डेरा में हो रहे साध्वियों के यौन शोषण की शिकायत की थी.
जन गण मन की बात की 108वीं कड़ी में विनोद दुआ बलात्कार मामले में गुरमीत राम रहीम को मिली सज़ा पर चर्चा कर रहे हैं.
नेता कई तरह की गुप्त पूजा कराते हैं जिसका ख़र्च बीस-बीस लाख आता है. क्रिकेटर से लेकर सार्वजनिक जीवन का हर संभ्रांत प्रतीक अंधविश्वास का संरक्षक है, इसलिए सिरसा के डेरा समर्थकों को गंवारों की फौज न कहें.
हिसार की जिला अदालत ने रामपाल को सरकारी काम में बाधा डालने और लोगों को बंधक बनाने के मामले से बरी कर दिया है.
मीडिया बोल की 12वीं कड़ी में उर्मिलेश राजनीतिक विश्लेषक अभय कुमार दुबे और वरिष्ठ पत्रकार पूर्णिमा जोशी से गुरमीत राम रहीम को मिली सज़ा और मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने गुरमीत को सज़ा होने पर कहा, लोगों ने डेरे में हो रही आपत्तिजनक गतिविधियों पर विश्वास नहीं किया था, लेकिन कोर्ट में यह साबित हो गया.
गुरमीत राम रहीम के डेरे में रहने वाली साध्वी का यह अनाम पत्र सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने 2002 में अपने अख़बार 'पूरा सच' में प्रकाशित किया था, जिसके बाद यह मामला सामने आया.