स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया को रिहा करने का आदेश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'नागरिक की स्वतंत्रता पवित्र है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता है. इसे संविधान द्वारा सुनिश्चित किया गया है और इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है.'
हालिया गिरफ़्तारी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से हुई है. यहां पर पीर मोहम्मद और राम प्रसाद नाम नाम के दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जस्टिस अजय रस्तोगी की पीठ स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया की पत्नी जगीशा अरोड़ा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को तीन पत्रकारों प्रशांत कनौजिया, इशिका सिंह और अनुज शुक्ला को गिरफ़्तार किया है.
उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित 'नेशन लाइव' न्यूज चैनल ने एक परिचर्चा आयोजित की थी, जिसमें एक महिला द्वारा मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर लगाए गए कथित अपमानजनक आरोपों पर चर्चा की गई थी. एक राजनीतिक दल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चैनल की हेड इशिका सिंह और उसके संपादक अनुज शुक्ला को गिरफ़्तार कर लिया.
द वायर में काम कर चुके पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के चलते यूपी पुलिस द्वारा शनिवार सुबह दिल्ली में उनके घर से गिरफ़्तार किया गया है. हालांकि, यूपी पुलिस गिरफ़्तारी से इनकार कर रही है.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार के बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर एक महिला ने आत्मदाह कर लिया था. दिल्ली महिला आयोग ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था जिसके बाद पुलिस ने गांव के सरपंच सहित 14 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है.
दिल्ली महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था पत्र. सरपंच सहित 14 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज. पुलिस के केस दर्ज न करने पर महिला ने किया आत्मदाह. आरोप है कि महिला को 10 हज़ार रुपये में एक व्यक्ति को बेच दिया गया था, जिसने कई लोगों से क़र्ज़ लिया था. वह महिला को क़र्ज़ देने वालों के यहां घरेलू काम के लिए भेजा करता था, जहां महिला का यौन शोषण किया गया.
23 वर्षीय गौरव सिंह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से मास्टर्स से पढ़ाई कर रहा था. लंका पुलिस ने बुधवार को गौरव के पिता की तहरीर पर बीएचयू चीफ प्रॉक्टर समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
यह मामला सोनभद्र ज़िले के ओबरा थाना के परसोई गांव का है. पुलिस ने सात लोगों को गिरफ़्तार किया है. ताज़िया रखने के लिए बनाए गए चबूतरे के पास संघ की शाखा चलाने को लेकर था विवाद.
दारुल उलूम के प्रभारी ने बताया, ‘दो साल पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर पुलिस ने मदरसे के छात्रों को हिरासत में लिया था और मीडिया ने उन्हें आतंकी बता दिया था. हालांकि अगले ही दिन उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन मीडिया ने नहीं बताया कि उसने ग़लत जानकारी चला दी थी. दारुल उलूम नहीं चाहता कि ऐसी कोई घटना दोबारा हो.’
पुलिस ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के कारण राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे. कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर जाम लगा दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पथराव करने लगे. पथराव में घायल होने से कॉन्स्टेबल की मौत हो गई.
भाजपा ने कहा कि ओवैसी मानसिक दिवालियेपन का शिकार हैं. उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं है. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार क़ानून व्यवस्था को सर्वोपरि मानती है और नोएडा पुलिस ने जो कुछ भी किया, ठीक किया.
नोएडा पुलिस ने सेक्टर-58 में स्थित कई कंपनियों को नोटिस भेजकर कहा कि अगर कर्मचारी सार्वजनिक स्थलों पर नमाज़ पढ़ते पाए गए तो इसके लिए संस्थान को ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के बाद भड़की भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी. राज्य में पसरे गुंडाराज पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन से चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.