उत्तर प्रदेश के चंदौली के तारा जीवापुर गांव के लोगों का कहना है कि ये लोग भाजपा से थे और इन्होंने हमें 500 रुपये भी दिए और कहा कि किसी को बताना मत. अब आप लोग वोट नहीं डाल सकते.
पिछले 21 वर्षों में चंदौली सीट के मतदाताओं ने किसी भी पार्टी या प्रत्याशी को लगातार दो बार नहीं चुना है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे दोबारा जीत दर्ज कर अपनी प्रतिष्ठा बचा पाते हैं या नहीं.
गठबंधन के तहत कांग्रेस ने अपना दल को दो सीटें- गोंडा और बस्ती दी हैं.
वर्ष 2014 में भाजपा के ही साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले अपना दल को मिर्ज़ापुर और प्रतापगढ़ लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी.
एक नागरिक और कार्यकर्ता के रूप में सतर्क रहना चाहिए कि राजनीति चंद परिवारों के हाथ में न रह जाए. लेकिन इस सवाल पर बहस करने योग्य न तो अमित शाह हैं, न नरेंद्र मोदी और न राहुल गांधी. सिर्फ जनता इसकी योग्यता रखती है. जब तक ये नेता कोई साफ़ लाइन नहीं लेते हैं, परिवारवाद के नाम पर इनकी बकवास न सुनें.
अपना दल (सोनेलाल) के नेता सोनेलाल पटेल की 69वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा, ‘एक बार बिहार में मुझे मौका मिला. मैंने मुसलमान मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की लेकिन लालू यादव, राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे.’