जम्मू कश्मीर: अलगाववादी नेता की हिरासत के दौरान मौत के बाद उनके बेटे यूएपीए के तहत गिरफ़्तार

अलगाववादी नेता मोहम्मद अशरफ सेहराई जम्मू कश्मीर पुलिस की पीएसए के तहत निवारक हिरासत के दौरान अस्पताल में भर्ती थे, जहां पांच मई को उनकी मौत हो गई. आरोप है कि उनके जनाज़े में उनके दो बेटों- 35 वर्षीय राशिद सेहराई और 33 वर्षीय मुजाहिद सेहराई ने देशद्रोही नारे लगाए थे.

जम्मू कश्मीर: पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री की बेटी के अपहरण मामले में यासीन मलिक ख़िलाफ़ आरोप तय

साल 1989 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद का अपहरण कर लिया गया था. इस मामले 10 आरोपियों में से जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है.

जम्मू कश्मीर: राजनीतिक दलों की शिकायत के बाद 400 से ज़्यादा नेताओं की सुरक्षा बहाल

बीते 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद प्रशासन द्वारा कई राजनीतिक और अलगाववादियों नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली गई थी.

पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दी: इमरान खान

नरेंद्र मोदी ने ऐसे समय पर शुभकामनाएं दी है जब पुलवामा हमले की वजह से भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में किसी भी प्रतिनिधि को नहीं भेजा था.

जम्मू कश्मीरः केंद्र सरकार ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक के संगठन जेकेएलएफ पर लगाया प्रतिबंध

गृह सचिव राजीव गौबा का कहना है कि केंद्र सरकार ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह फैसला किया है. जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के ख़िलाफ़ 37 एफआईआर दर्ज हैं.

पुलवामा हमला: मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ के अलावा शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी भट की भी सुरक्षा वापस ले ली है.

कश्मीर में वाजपेयी फॉर्मूला अपनाए केंद्र सरकार: मीरवाइज़

अलगाववादी नेता ने कहा, उदारवादी अलगाववादियों की दिक्कत यह है कि भारत कश्मीर समस्या को पूरी तरह पाकिस्तान की देन मानता है और इसे सीमापार आतंकवाद के ऩजरिये से देखता है.

अमरनाथ यात्रियों की हत्या करने वाले को ख़ुदा माफ़ नहीं करेगा: गिलानी

गिलानी ने कहा, इस्लाम कहता है कि कोई व्यक्ति किसी निर्दोष की हत्या करता है तो वो पूरी मानवता की हत्या करता है और अगर कोई किसी की जान बचाता है तो वो पूरी मानवता को बचाता है.