महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से 48 लोगों की मौत, कर्नाटक में बाढ़ से गंभीर हालात

पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी वर्षा और बाढ़ से 3,000 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 40,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. उत्तर कर्नाटक सबसे बुरी तरह प्रभावित रहा, जहां पिछले तीन महीने में तीसरी बार बाढ़ आई है. तेलंगाना ने बारिश और बाढ़ के कारण छह हज़ार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है.

बारिश का कहर: केरल में अब तक 60 लोगों और कर्नाटक में 31 लोगों की मौत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बाढ़ को देखते हुए अगले दो दिन के लिए वे केरल दौरे पर जाएंगे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

विभिन्न राज्यों में बारिश से स्थितियां गंभीर, महाराष्ट्र में 30 और केरल में 22 लोगों की मौत

कर्नाटक में नौ लोगों की मौत. महाराष्ट्र में दो लाख से अधिक, कर्नाटक में 80 हज़ार से ज़्यादा और मध्य प्रदेश में नर्मदा बांध के डूब क्षेत्र से तकरीबन 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बारिश के कारण केरल के कोच्चि हवाई अड्डे पर रविवार तक के लिए विमान परिचालन बंद किया गया.

कर्नाटक और महाराष्ट्र में बाढ़ से स्थिति गंभीर, दोनों राज्यों में 34 लोगों की मौत

पश्चिमी महाराष्ट्र में खास तौर पर कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद 1.32 लाख से ज़्यादा लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. कर्नाटक में बाढ़ में फंसे 43,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

आंधी-तूफान से उत्तर प्रदेश में 51, आंध्र प्रदेश में नौ, पश्चिम बंगाल में छह लोगों की मौत

राजधानी दिल्ली में तीन लोगों की मौत. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और पंजाब में करीब दो हफ़्ते पहले आए आंधी-तूफान समें 134 लोगों की मौत हुई थी.

दो दिनों में पांच राज्यों में आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से 124 लोगों की मौत: गृह मंत्रालय

आंधी-तूफान से उत्तर प्रदेश में 73, राजस्थान में 36 लोगों की मौत. उत्तर प्रदेश का आगरा ज़िला सबसे ज़्यादा प्रभावित. ज़िले में 43 लोग मारे गए. झारखंड में सात और उत्तराखंड में दो लोगों की मौत.

इस दौर में हमारी राजनीति ज़्यादा गिरी है कि भूजल, तय कर पाना कठिन है

विश्व जल दिवस: दीवारें खड़ी करने से समुद्र पीछे हट जाएगा, तटबंद बना देने से बाढ़ रुक जाएगी, बाहर से अनाज मंगवाकर बांट देने से अकाल दूर हो जाएगा. बुरे विचारों की ऐसी बाढ़ से, अच्छे विचारों के ऐसे ही अकाल से, हमारा यह जल संकट बढ़ा है.

किसानों के ज़ख्मों पर सरकारी नमक, पैसा होने के बावजूद नहीं दिया मुआवज़ा

उत्तर प्रदेश की पूर्व अखिलेश सरकार की ओर से किसानों को जारी 1700 करोड़ रुपये की राहत राशि में से किसानों को सिर्फ़ 480 करोड़ रुपये ही बांटे जा सके.