इराक़ में सत्तारूढ़ सरकार को हटाने की मांग को लेकर पिछले साल लोग सड़कों पर उतर आए. देश के विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. उनका आरोप था कि सत्तारूढ़ अमीर इराक़ को आर्थिक बर्बादी की तरफ ले जा रहे हैं. इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इस्तीफ़ा दे दिया था.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक ख़बर में इराक़ सरकार पर आरोप लगाया था कि वह कोरोना वायरस को लेकर सही आंकड़े पेश नहीं कर रही है.
ईरान की राजधानी तेहरान से उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही यूक्रेन का यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 176 लोगों की मौत हो गई. अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने ईरान द्वारा विमान को मार गिराए जाने की आशंका जताई थी.
ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड के शीर्ष कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी को अमेरिका द्वारा मारे जाने पर बदले की कार्रवाई के रूप में ईरान द्वारा इराक़ में अमेरिकी सेना के दो बेस को मिसाइल द्वारा निशाना बनाए जाने के कुछ घंटों बाद यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
इराक में सुरक्षाबलों द्वारा 40 से अधिक प्रदर्शनकारियों को मारे जाने के बाद प्रधानमंत्री महदी ने इस्तीफा दिया है. प्रदर्शनकारी एक अक्टूबर से खस्ताहाल सेवाओं, नौकरियों के अभाव और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
आईएमएफ की ओर से कहा गया है कि कई अरब देशों में प्रति व्यक्ति क़र्ज़ बहुत ही ज़्यादा बढ़ गया है. यहां जीडीपी का औसतन 85 प्रतिशत क़र्ज़ है. वहीं लेबनान और सूडान में यह क़र्ज़ जीडीपी का 150 प्रतिशत से ज़्यादा पहुंच चुका है.
इराक़ में भ्रष्टाचार और बेरोज़गारी के विरोध में बीते एक अक्टूबर से सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं. अक्टूबर में प्रदर्शन के दौरान अब तक तकरीबन 231 लोगों की मौत हो चुकी है.
इराक़ की राजधानी बग़दाद में बीते एक अक्टूबर से सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए हैं, जो जल्द ही दक्षिण इराक के शिया बहुल शहरों में फैल गया.
जन गण मन की बात की 214वीं कड़ी में विनोद दुआ इराक़ में मारे गए 39 भारतीयों को लेकर केंद्र सरकार के खुलासे पर चर्चा कर रहे हैं.
विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. मारे गए हर भारतीय के परिजनों के लिए मांगा दो करोड़ रुपये का मुआवज़ा.
साल 2015 में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन सभी भारतीयों का इराक़ के मोसुल शहर से अपहरण कर लिया था.