यह घटना अल्मोड़ा ज़िले की है. परिजनों ने बताया कि पांच महीने की गर्भवती आशा देवी टायफायड के चलते अस्पताल में भर्ती थीं, जब सांस लेने में परेशानी के चलते उनके कोरोना टेस्ट की बात कही गई. लेकिन एंटीजन टेस्ट में हुई देरी और ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के चलते उनकी मौत हो गई.