दवा व्यापारियों ने इंदौर प्रशासन के इस आदेश पर चिंता जताई है, क्योंकि उन्होंने लगभग पांच करोड़ रुपये के एन-95 मास्क का स्टॉक रखा हुआ है. केंद्र सरकार ने पिछले महीने वॉल्व लगे एन-95 मास्क को लेकर चेतावनी जारी की थी कि इससे कोरोना का प्रसार नहीं रुकता.
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर वॉल्व लगे एन-95 मास्क पहनने को लेकर चेताते हुए कहा कि ये मास्क वायरस की रोकथाम को लेकर उठाए गए कदमों के उलट हैं.
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र से एक लाख से ज़्यादा एन-95 मास्क मांगे गए थे लेकिन सिर्फ दस हज़ार मास्क ही दिए गए. 1.34 लाख पीपीई किट की जगह सिर्फ 6,000 किट मिले. साथ ही 300 वेंटिलेटर, 10,000 वीटीएम और थर्मल गन मांगे थे लेकिन अब तक इनमें से कुछ नहीं मिला.