मामला राजधानी दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल का है. अस्पताल ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि मरीज को मृत अवस्था में लाया गया था.
दिल्ली के महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में 23 बच्चों की मौत हुई है जबकि एक मौत एलएनजेपी अस्पताल में हुई. एंटीटॉक्सिन की ख़रीद में देरी मौत की मुख्य वजह बताई जा रही है.